हरिद्वार। कांग्रेस में टिकट बंटवारे के साथ ही उठे बगावत के सुर प्रदेश के सभी पार्टी नेताओं के कान में गूंजने लगी है। अब खुद सूबे के मुखिया हरीश रावत ने रूठे हुए लोगों को मानने की कमान संभालते हुए कई नेताओं को भरोसा दिलाया है। साथ ही पार्टी के नेताओं से अपने स्तर पर बातचीत शुरू कर दी है।
यही वजह है कि हरीश रावत चुनावी व्यस्तता होने के बाबजूद हरिद्वार पहुंच गए है। हरिद्वार पहुंचते ही टिकट की दावेदारी कर रहे पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी समेत उनके समर्थकों की नाराजगी दूर कर उन्हें पार्टी प्रत्याशी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के पक्ष में एक मंच पर ले आए। उनका अगला कदम रुड़की में चल रहे इस तरह के माहौल को शांत करना है।
बता दें कि हरीश रावत हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से खुद भी प्रत्याशी हैं। ऐसे में हरिद्वार में टिकट बंटवारे को लेकर दावेदारों की नाराजगी की खबरों से माहौल प्रतिकूल बन रहा था। अपने नेता को टिकट न मिलने से नाराज सतपाल ब्रह्मचारी के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोपों की झड़ी लगा दी थी।
उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं और घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने से भी गुरेज नहीं किया। इससे जहां पार्टी और पार्टी प्रत्याशी की छवि धूमिल हो रही थी, वहीं मतदाताओं में गलत संदेश भी जा रहा था। इस बगावत को शांत करने की स्थानीय नेताओं की कोशिश भी नाकामयाब हो गई थी। सीएम हरीश रावत ने नाराजगी दूर करने का जिम्मा खुद उठा लिया, जिसमें उन्हें सफलता भी मिलती नजर आ रही है।