हरदोई। योगी सरकार की सत्ता में भी आम जनता न्याय के लिए दर-दर ठोकरे खा रही है। दहेज प्रथा की शिकार नवविवाहिता की न्याय की उम्मीदों को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के न्याय दिलवाने के आश्वासन के बाद भी पीड़िता को न्याय पाने के लिए दर दर भटकने के बाद भी न्याय नहीं मिल रहा।
मामला कोतवाली शहर इलाके के रेलवे गंज का है जहां के रहने वाले प्रवीण की शादी वर्ष 2014 में रीतू गुप्ता के साथ हुई थी , हैसियत के हिसाब से रीतू के परिवार वालों ने अपनी बेटी को सबकुछ दिया लेकिन शायद प्रवीण व उसके परिवार के लिए ये उसकी नियत से कम था , लिहाज़ा आये दिन प्रताड़ित करना और झगड़ना आम हो गया और चंद माह बाद बेटी का जन्म हुआ तब मानो कयामत सी टूट पड़ी हो लिहाज़ा, एक वक़्त ऐसा आया जब रीतू को घर से बाहर कर दिया गया।
जिसके बाद दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हूई पीड़िता किसी तरह राजधानी लखनऊ पहुंची और वहां मुख्यमंत्री योगी से मिली, उन्होंने बहुत जल्द कार्रवाई का निर्देश दिया लेकिन नतीजा शून्य ही निकला। जिसके बाद अब पीड़िता लगातार आला अधिकारियों के चक्कर लगा रही है ताकि न्याय मिल सके , और इसी की आस में उसने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में न्याय की आस में एक दरख्वास्त भी दी है।
आशीष सिंह, संवाददाता