इस्लामाबाद। भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में हमेशा से ही कड़वाहट रही है और ये कड़वाहट भारत में हुए उरी आतंकी हमले का सर्जिकल स्ट्राइक से बदला लेने के बाद और भी बढ़ गई है। मुंबई में 26/11 आतंकी हमले को 8 साल बीत चुके है लेकिन अभी भी लोगों के जख्म उतने ही ताजे है। हालांकि पाक इस हमले के मास्टरमाइंड को आतंकी नहीं मानता और यही बात पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने दोहराई।
परवेज मुशर्रफ ने एक हाल ही में पाक के एक अकबार को इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने ये बात कही। उन्होंने कहा कि मैं नहीं मानता कि 26/11 हमले के पीछे हाफिज सईद का हाथ था। यहां पर उसे आतंकी नहीं मानते। आपको ताज्जुब होगा, हाफिज सईद का मुद्दा भारत में ही मुद्दा है अमेरिका में नहीं। वो हक्कानी या शकील अफरीदी पर शायद बात कर सकते हैं…लेकिन हाफिज पर बात नहीं करते। ये बातें सिर्फ और सिर्फ भारत करता है।
90 दिन के नजबरबंद है हाफिज सईद:-
जमात-उद-दावा चीफ आतंकी हाफिज सईद को लाहौर स्थित एक मस्जिद में नजरबंद कर दिय़ा गया है। इस कार्रवाई से हाफिज सईद बौखला गया है। नजरबंद किए जाने पर हाफिज सईद ने भारत का हाथ बताते हुए कहा है कि यह एक साजिश के तहत की गई कार्रवाई है। हाफिज समेत 4 आतंकियों को पाकिस्तान में आतंकरोधी नियमों के तहत नजरबंद किया गया है।
सईद के नदरबंद होने के बाद एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें हाफिज कह रहा है कि पाकिस्तान सरकार ने बाहरी दबाव में आकर उसे गिरफ्तार किया है। वीडियो में हाफिज ने कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच नई-नई दोस्ती हुई है और मोदी के इशारे पर अमेरिकी दबाव में हमें नजरबंद करके रखा गया है।’
8 साल पहले हाफिज ने मुंबई में 26/11 हमले को दिया था अंजाम:-
सपनों की नगरी कही जाने वाले मुंबई हमेशा की तरह ही 26 नवंबर 2008 को उतनी ही बिजी थी…किसी बड़े आतंकी हमले से अंजान। मायानगरी की पहंचान कहे जाने वाला गेटवे ऑफ इंडिया पर लोगों की उतनी ही भीड़ थी और उसके ठीक सामने बने ताज होटल पर उतनी ही चहल कदमी थी। लेकिन देर शाम ताज होटल में एक के बाद एक धमाकों से पूरा देश दहल गया जिसकी गूंज वहां पर आज भी सुनाई देती है। इस आतंकी 160 लोग मारे गए जिनका दर्द आज भी उतना ही ताजा है। कहा जाता है कि इस हमले की आतंकी साजिश हाफिद सईद ने रची थी जिसे कसाब ने अंजाम दिया था।
जानिए आखिर क्या हुआ था उस रात:-
- 26 नवंबर की देर रात करीब 10 हथियारों से लैस आतंकी एक नाव पर सवार होकर समुद्री रास्ते से मुंबई पहुंचे।
- इसके बाद वो अलग-अलग जगहों पर फैल गए ताकि ज्यादा नुकसान पहुंचा सकें।
- इस हमले में उन्होंने होटल्स, रेलवे स्टेशन, कैफे, अस्पताल और कई अहम इमारतों को निशाना बनाया।
- जिनमें छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन के अतिरिक्त ताज होटल, होटल ओबेरॉय, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल तथा दक्षिण मुंबई के अनेक स्थानों पर हमला किया।
- ताज होटल के अंदर आतंकियों ने 15 लोगों को बंधक बनाया और होटल ओबेरॉय में 40 लोगों को बंधक बनाया था।
- आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ 58 घंटों तक चली।
- 10 आतंकियों में से 9 आतंकवादी मारे गए, जबकि एक आतंकी अजमल आमिर कसाब पकड़ा गया था।
- कसाब का ताल्लुक लश्कर ए तैयबा आतंकी संगठन से बताया जा रहा था।
- कसाब पाकिस्तान के फरीदकोट गांव का रहने वाला था।
- कसाब ने नार्कों टेस्ट के दौरान कई बड़े खुलासे किए।
- पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने भी इस बात की पुष्टि की थी कि 26/11 के मुंबई हमले में पाकिस्तान का सीधा हाथ था।
- कई सालों तक पुणे की यरवडा जेल में रखने के बाद कसाब को 20 नवंबर 2012 को फांसी दे दी गई।
- इस आतंकी हमले में 160 लोगों की मौत हो गई थी।
(शिप्रा सक्सेना)