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वित्तीय स्थिरता को बढ़ाएगा ‘इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड 2016’

H2 Life वित्तीय स्थिरता को बढ़ाएगा 'इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड 2016'

नई दिल्ली। जब कोई कंपनी का दिवाला निकल जाता है तब इसका असर बहुत लोगों पर पड़ता है। किसी भी वित्तीय अस्थिरता से बचने के लिए भारत सरकार ने भी कई ठोस कदम उठाए हैं। साथ ही एच-टू लाइफ फाउंडेशन’ जैसी संस्थाएं भी कंपनियों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए समाधान खोजती रहती है औऱ उसकी मदद करती है। इसी क्रम में ‘एच-टू लाइफ फाउंडेशन’ ने राजधानी दिल्ली क्षेत्र में ‘द इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड 2016‘ पर एक सफल सेमिनार का आयोजन किया।

H2 Life वित्तीय स्थिरता को बढ़ाएगा 'इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड 2016'

आपको बता दें कि संसद में 28 मई 2016 को ‘द इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड 2016’ को पास किया गया था जिसका मकसद इनसोल्वेंसी और बैंकक्रप्सी जैसे मामलों के निपटान का था। जो इन मामलों को सुलझाने के लिए एक बड़ा कदम था। ये कोड उधार देने और लेने वालों के बीच वित्तीय स्थिरता पैदा करेगा।

सेमिनार की झलकियां:-

सेमिनार में भारी तादात में देश की कई जानी-मानी हस्तियों की मौजूदगी पाई गई जिनमें संसद सदस्य, अर्थशास्त्री, वित्तीय संस्थाओं के लोग, वकील, सीए, एकाउंटेट, कंपनी सेकेट्री, कॉरपोरेट्स, राजनीतिज्ञ, बुद्धीजीवी वर्ग और मीडिया के बड़े नाम मौजूद रहे। इस सेमिनार के मुख्य वक्ता रहे डॉ एमएस साहू जो इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी बोर्ड के चेयरमैन हैं।

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सेमिनार की शुरूआत इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड 2016 के उद्घाटन सत्र से हुई। जो इनसोल्वेंसी जैसे मामलों में सुधार के लिए एक मील का पत्थर है। इस मामले डॉ एमएस साहू ने कई जानी मानी हस्तियों के साथ चर्चा की और इनसोल्वेंसी के बारे में समझाया। इसके साथ ही यहां भारत में व्यापार को लेकर चर्चा हुई, कैसे नए उद्योग लगाए जाएं और बाहरी उद्योगों के लिए क्या जटिलताएं हैं इस बारे में चर्चा की गई। विदाई सत्र के साथ सेमिनार खत्म हुआ।

सेमिनार में मौजूद हस्तियां:-

डॉ एमएस साहू (चेयरमैन, इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी बोर्ड)
नरेंद्र भोला (डीजी,कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय)
सुस्मिता देव (संसद सदस्य)
अनुराग बत्रा (चेयरमैन औऱ इडिटर इन चीफ, बिजनेस वर्ल्ड)
पी बालाजी (डायरेक्टर, रेग्यूलेटरी वोडाफोन इंडिया)
विवेक कुमार (डायरेक्टर एंड को-फाउंडर गो-स्पोर्ट्स)
दिलीप के निरंजन (वकील)
मनोज के मिश्रा (हेड ऑफ रेग्यूलेरटी, वोडाफोन)
डॉ विजय कुमार सिंह (एसोसिएट प्रोफेसर एंड हेड- स्कूल ऑफ कॉरपोरेट लॉ, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कॉरपोरेट अफेयर)
सीएमए जेके बुधीराजा (सीईओ, इंसोल्वेंसी प्रोफेशनल एजेंसी)
नसेर अहमद, (भूतपूर्व अध्यक्ष, कंपनी सेक्रेटरी इंसटीट्यूट)
डॉ मुकुलिता विजयवर्गीय, (मेंबर IBBI)
अमरजीत सिंह (वरिष्ठ वकील)

इस सेमिनार के माध्यम से ‘एच-टू लाइफ फाउंडेशन’ ने ‘द इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड 2016‘ के बारे में जागरूकता फैलाने का काम किया साथ ही कंपनियों के हित से जुड़े मामलों को उठाया है।

सेमिनार में किसने क्या कहा:-

सुस्मिता देव:- इस आयोजन में बुलाने के लिए संसद सदस्य सुस्मिता देव ने ‘एच-टू लाइफ फाउंडेशन’ का शुक्रिया अदा किया उन्होंने कहा कि उन्हें आशा है का ये कोड इनसोल्वेंसी और नए स्टार्टअप को प्रोत्साहित करेगा।

डॉ एमएस साहू- इस सेमिनार की तारीफ करते हुए एमएस साहू ने कहा कि वो एक ऐतिहासिक दिन था जब संसद ने इस नियम को पास किया साथ ही इसको लाने के लिए बहुत मेहनत की गई है।

विकास शर्मा (अध्यक्ष H2 Life Foundation):- सेमिनार में बोलते हुए विकास शर्मा ने कहा कि ये नया कोड इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी जैसे मामलों को सुव्यवस्थित करने के लिए एख स्वागतयोग्य कदम है। उन्होंने बताया कि पहले इन मामलों के निपटान के लिए साल तक लग जाते थे जो अब एक साल के अंदर निपटाए जाएंगे।

इसके साथ ही विकास शर्मा ने सेमिनार में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को शुक्रिया कहते हुए कहा लोगों को जागरूक करने के लिए भविष्य में उनकी संस्था इस तरह के कार्यक्रमों को आयोजित करती रहेगी।

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