गांधीनगर। गुजरात चुनाव को लेकर बीजेपी की मुश्किले कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। बीजेपी अब टिकट बंटवारे को लेकर अपने ही नेताओं के विरोध के बीच फंस गई है। आपको बता दें कि शुक्रवार को बीजेपी ने गुजरात चुनाव को लेकर 70 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। पार्टी से टिकट न मिलने को लेकर पार्टी को अपने ही नेताओं का विरोध झेलना पड़ रहा है। इन नेताओं के विरोध का आलम ये है कि इन्होंने तत्काल प्रभाव से गुजरात के बीजेपी अध्यक्ष जीतू भाई वघानी को अपना इस्तीफा पकड़ा दिया है, जिसके चलते पार्टी से नारज इन नेताओं को मनाने के लिए खुद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को दिल्ली से गुजरात रवाना होना पड़ा।
खबरो की माने तो अमित शाह पार्टी में डैमेज कंट्रोल की हर मुमकिन कोशिश करते हुए दिखे हालांकि, उनकी कोशिश रंग लाई या नहीं ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है। आपको बता दें कि पार्टी से टिकट न मिलने के चलते भरुच जिला पंचायत के सदस्य वल्लभ पटेल ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है। पटेल ने अंकलेक्ष्वर सीट से टिकट मांगा था। इसी के साथ दशरथ पुवार ने भी बीजेपी के महामंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वड़ोदरा के दिनेश पटेल, पादरी जिला पंचायत और तहसील पंचायत के नेता कमलेश पटेल ,वडोदरा जिला महामंत्री चैतन्य सिंह झाला ने भी पार्टी से टिकट न मिलने के चलते इस्तीफा दे दिया है।
इसी के साथ पिछले दिनों ही कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए भोलाभाई गोहिल भी नाराज नजर आ रहे हैं। उन्होंने जसदण सीट से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने उनपर भरोसा नहीं दिखाया जबकि वो इस सीट से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। इतना ही नहीं गोहिल ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने की हिम्मत जुटायी थी, लेकिन इस सीट से भरत बोगरा को टिकट दिया गया। बताया जा रहा है कि नाराज गोहिल शनिवार को जीतु वाघानी से मुलाकात कर अपनी बात रख सकते हैं। बताते चलें कि बीजेपी ने अपने 70 उम्मीदवारों की सूचि में सिर्फ चार महिलाओं को ही टिकट दिया है। इन चार महिला उम्मीदवारों में सूरत की लिंबायत सीट से संगीता बेन पाटिल, वडोदरा सुरक्षित सीट से मनिषाबेन वकील, भावनगर पूर्व से विभावरीबेन देव और खेडब्रह से रमीला बेन बेचर शामिल हैं।