गुजरात चुनाव को लेकर इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच चुनाव को लेकर तीखी बयानबाजी आए दिन सुनने को मिल रही है। लेकिन कांग्रेस अपना वनवास तोड़ने की पूरी कोशिश में लगी हुई है। इसलिए अब कांग्रेस युवा शक्ति के सहारे सत्ता में आना चाहती है। कांग्रेस में आने वाले पहले चेहरे ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर बने हैं।
कांग्रेस पाटीदारों को लुभाने के लिए भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पाटीदार खेमे में अपनी बढ़त बनाने के लिए कांग्रेस हार्दिक पटेल को भी साथ लाना चाह रही है। लेकिन अगर बात की जाए अल्पेश ठाकोर की तो बीते पांच सालों में उन्होंने अच्छी खासी बढ़त बनाई है। सोमवार को कांग्रेस का दामन अल्पेश ठाकोर ने थामा है। हालांकि वह 2009 और 2012 तक कांग्रेस में रह चुके हैं। लेकिन पिछले पांच सालों में अल्पेश ठाकोर ने अच्छी बढ़त बनाई।
ऐसे में अल्पेश ठाकोर पिछड़ा वर्ग के लोगों के काफी बड़े नेता माने जाते हैं। राज्य में 54 फीसदी तक पिछड़ा वर्ग के लोग हैं। ऐसे में कांग्रेस को अल्पेश ठाकोर का साथ मिलना काफी अच्छा साबित हो सकता है। अल्पेश ठाकोर ने ओबीसी समुदाय कगी 146 जातियों को एकजुट करने का ठीकरा अपने सिर पर उठाया है। इसके साथ ही उन्होंने शराब के खिलाफ भी आवाज उठाई। आपको बता दें कि पांच सालों में उन्होंने आंदोलन की राह पकड़ कर अच्छी बढ़त बनाई है।