चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा है कि जीएसटी राष्ट्र को एक सूत्र और एक व्यवस्था में पिरोने का नाम है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद आर्थिक सुधार की दिशा में यह कदम देश की आर्थिक व्यवस्था को न केवल इंस्पेक्टरी राज से मुक्ति दिलाएगा, अपितु कर में आतंक की स्थिति को खत्म कर देगा। उन्होंने कहा कि अब देश में सरकार, प्रशासन, नागरिक, व्यापारी, उपभोक्ता मिल कर आगे बढेंगे तथा अपने देश को मजबूत करेंगे।
शनिवार को जारी बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जीएसटी लागू करने की बधाइयां देते हुए सुभाष बराला ने कहा कि आजादी के बाद के सबसे बड़े निर्णयों में शामिल नोटबंदी और अब जीएसटी न केवल केंद्र सरकार के भरोसे पर खरा उतरेगा, अपितु देश के नागरिकों को भी इसकी जरूरत पर भरोसा साबित करेगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष की मंशा जीएसटी पर महज हो हल्ला मचाते हुए सुर्खियां बटोरना है।
बराला ने कहा कि देश की जनता के साथ-साथ हरियाणा की जनता, व्यापारी वर्ग जीएसटी के बेहतर तरीके से क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने जीएसटी के लागू होने की तुलना देश की संघीय व्यवस्था के एकीकरण से करते हुए कहा कि जिस प्रकार सरदार पटेल ने 500 रियासतों का एकीकरण करते हुए भारत को मजबूत किया था, उसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 29 राज्यों और 7 केंद्रित शासित प्रदेशों के 500 से अधिक टैक्सों का विलय कर दिया जाएगा। इसमें उपभोक्ता को एक वस्तु पर बार-बार कर अदा करने से राहत मिलेगी, वहीं व्यापारी को भी बार-बार इंस्पेक्टरी राज से राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जीएसटी को बेहतर तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा और जल्द ही आमजन इससे होने वाले सरलीकरण से रूबरू होंगे।