नई दिल्ली। वस्तु एंव सेवाकर जीएसटी लागू होने में दो दिन बचे है और सरकार नए टैक्स सिस्टम में शिफ्ट होने पर किसी भी गड़बड़ी को दूर करने को तैयार दिख रही है उसने सभी शिकायतें तुरंत दूर करने के लिए एक वॉर रुम बनाया है एक बड़े सरकारी अधिकारी ने बताया एक स्पेशल वॉर रुम बनाया गया है जो जीएसटी से संबंधित मसलों को दूर करेगा वॉर रुम सुबह 8 बजे से शुरु हो जाएगा देश के इतिहास के इस सबसे बड़े रिफॉर्म को लागू करने में जो भी समस्याएं आएंगी उन्हें सुलझाने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की तरह काम करेगा।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज के तहत जीएसटी फीडबैक एंड एक्शन रुम बनाया गया है यह नए टैक्स सिस्टम को लागू करने के लिए सभी प्रोसेस पर नजर रखेगा ताकि कोई असुविधा न हो सीबीईसी के एक अधिकारी ने बताया कि वॉर रुम में खास अधिकारियों को तैनात किया गया है जो जीएसटी के रोलआउट प्रोसेस पर नजर रखेंगे।
वॉर में क्या है खास
वॉर रुम में लेटेस्ट कम्युनिकेशंस इक्विपमेंट हैं। इसमें टोक्नोलॉजी की जानकारी रखने वाले अधिकारियों को तैनात किया गया है जो इससे संबंधिीत समस्याओं को भी दूर करने में मदद करेंगे वॉर रुम फील्ड में काम कर रहे अधिकारियों के संपर्क में रहेगा।
हर मंत्रालय और डिपार्टमेंट में अलग से जीएसटी सेल बनाए गए है जो अपने सेक्टर से संबंधित अड़चनों को दूर करेंगे पोर्ट पर कस्टम्स के लिए ट्रायल शुरु हो चुका है एक्सपोर्टस और ट्रेडर्स को अब एंट्री और शिपिंग बिल बुधवार से जीएसटी फ्रेमवर्क के मुताबिक नए फॉर्मेट में फाइल करने होंगे। इनडायरेक्ट टैक्स के मामले में सबसे बड़ी संस्था सीबीईसी हैं।
आपको बता दें कि जीएसटी काउंसिल ने पहले ही रिटर्न फाइल करने के लिए दो महीने की मोहलत दी है सीबीईसी खुद मौजूदा टैक्सपेयर्स के नए सिस्टम में शिफ्ट होने पर नजर रखे हुए है जिसके लिए रजिस्ट्रेशन विंडो को फिर से 25 जून को खोला गया था ज्यादातर मौजूदा टैक्सपेयर्स पहले ही जीएसटी नेटवर्क से जुड़ चुके हैं। सीबीईसी ने बताया कि फील्ड ऑफिसर्स को टैक्सपेयर्स और बिजनेस की ना सिर्फ माइग्रेशन बल्कि किसी तरह के क्लैरिफिकेशन में भी मदद करने को कहा गया हैं।