गोरखपुर। गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में हुई बच्चों की मौत इन दिनों खासा सुर्खियों में बनी हुई है। आए दिन इस मामले में कोई ना कोई विवाद सामने आ रहा है। इस मामले में यियासत भी अपने चरम पद पर है। लेकिन देखने वाली बात यह है कि बीआरडी अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अस्पताल में गुरुवार को 8 बच्चों की मौत होने की खबर सामने आई है। मृतक बच्चे मेडिकल कॉलेज के इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती थे।
संबंधित मामले में जांच करने के बाद रिपोर्ट को डीएम राजीव रौतेला ने तैयार किया है जिसमें 2 डॉक्टरों को इसका जिम्मेदार पाया गया है। इस मामले की रिपोर्ट के अनुसार पाया गया है कि इसमें भ्रष्टाचार भी हो सकता है। अब उच्च जांच का प्रस्ताव भी रखा गया है। लेकिन अभी भी एक रिपोर्ट सामने आनी बाकी है। आपको बता दें कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के कारण काफी अधिक मात्रा में बच्चों की मौत हो गई थी। लेकिन इस मामले में जब कार्रवाई की गई तो पता लगा कि ऑक्सीजन सप्लाई रुकने के बाद बच्चे पंप के सहारे ही सांस ले रहे थे।
मामले में आगे कार्रवाई करने के बाद पता लगा कि ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी को कई महीनों से भुगतान नहीं किया गया था जिसके कारण ऑक्सीजन की सप्लाई को ठप कर दिया गया। जानकारी के अनुसार लगभग 66 लाख रुपए का भुगतार ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी को नहीं किया गया था। कार्रवाई में आगे एक पता लगा की बीआरडी कॉलेज को कई बार चिट्ठी लिखकर इस मामले में तलब किया था लेकिन इस मामले में कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया।