गोण्डा। बहुत पुरानी कहावत है कि “बुरे काम का बुरा नतीज़ा”….जी हां आज ये कहावत एक बार फिर सच हो गयी…. यूपी के गोंडा में तीन दिन पूर्व हुए दुर्दान्त हत्याकांड के खुलासे ने इस कहावत को एक बार फिर सच साबित कर दिया। ज़िले के नगर कोतवाली पुलिस को तीन दिन पूर्व अंडापारा में एक युवक की लाश मिली थी।
लाश इमामबाड़ा निवासी 30 वर्षीय सलमान की थी। लाश की स्थिति देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता था कि उसकी हत्या बेहद निर्दयता के साथ की गयी थी। धारदार हथियार से सिर व चेहरे पर वार करके व गोली मारकर उसे मौत की नींद सुलाने के बाद उसका सिर बुरी तरह कुचलकर पहचान छिपाने का भी प्रयास किया गया था। सलमान चोरी, लूट, छिनैती, ठप्पेबाजी आदि जैसे गम्भीर अपराधों में लिप्त एक पेशेवर मवाली किस्म का अपराधी था। एक 315 व एक 12 बोर के देशी असलहों के साथ इसके गैंग के दो शातिरों सोनी हरलाल गॉव निवासी प्रदीप व लम्बरदार पुरवा निवासी महेश मौर्या को गिरफ्तार करते हुए जो चौंकाने वाला खुलासा किया उसने सबके कान खड़े कर दिए।
ज़िले के तेज़तर्रार व लोकप्रिय एसपी सुधीर सिंह ने इस दुर्दान्त हत्याकांड को अत्यंत गम्भीरता से लिया और विशेष टीमें गठित कर नगर पुलिस को इसके शीघ्र खुलासे के सख्त निर्देश दिए और घटना के मात्र तीसरे दिन इसका खुलासा करते हुए एसपी बता रहे हैं हैं कि जरायम पेशे में लिप्त इस गैंग के शातिरों ने अवैध असलहों व मोटर साइकिलों आदि के बंदरबांट के विवाद में एक राय हो सलमान की दुर्दान्त हत्या की है। गिरफ्तार दो अपराधियों के अतिरिक्त फरार तीन शातिरों को भी इसी गैंग से सम्बंधित बताते हुए एसपी कह रहे हैं कि सभी की क्रिमिनल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। फिलहाल इस दुर्दान्त हत्याकांड के खुलासे के साथ ही विश्वास व्यक्त किया जा रहा है कि क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं के ग्राफ में तेजी से गिरावट आएगी।
विशाल सिंह, संवाददाता