देहरादून। निजाम बदला तो बदलने लगी विकास की धारा सूबे के विकास और पर्यटन को लेकर इन दिनों कई देश उत्तराखंड में निवेश को लेकर आगे आ रहे हैं। इसी क्रम में सूबे के राज्यपाल से जर्मनी के राजदूत डॉ मार्टिन नी ने एक शिष्टाचार भेंट की इस दौरान उन्होने सूबे के राज्यपाल डॉ के.के पॉल से उत्तराखंड के विकास में योगदान करने के लिए जर्मनी के प्रस्ताव को रखा और सहयोग करने का भरोषा दिलाया।
जर्मनी के राजदूत Dr. Martin Ney से नमामि गंगे कार्यक्रम के विषय में चर्चा करते हुए राज्यपाल Dr. K.K. Paul pic.twitter.com/uFkfz43MG4
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) September 1, 2017
उत्तराखंड में जर्मनी तकनीकि तौर पर बड़े पैमाने पर सहयोग करने के लिए सरकार के साथ खड़ी है। इन्ही बातों की चर्चा सूबे की राजधानी देहरादून में राज्यपाल डॉ के के पॉल के साथ मुलाकात के दौरान राजदूत मार्टिन ने कही उन्होने कहा कि गंगा की स्वच्छता के लिए राज्य में चलाए जा रहे अभियानों में जर्मनी का हमेशा सहयोग रहेगा। इसके साथ ही उन्होने कहा कि जर्मनी में राईन और डैन्यूब नदियों की सफाई के लिए चलाए गए प्रयासों को यहां पर जर्मनी गंगा के पुनरुद्धार के लिए साझा करेगा।
इसके पहले विगत सालों में गंगा के पुनरुद्धार के लिए केन्द्र सरकार के जल संसाधन मंत्रालय और जर्मनी की सरकार के बीच कुछ प्रस्तावों पर समझौता हुआ है। ये समझौता जर्मन इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन और जल संसाधन मंत्रालय के बीच हुआ है। इस समझौते के तहत जर्मन सरकार और कॉर्पोरेशन राईन और डैन्यूब नदियों की सफाई के लिए इस्तेमाल की गई तकनीकि रिवर मैनेजमेंट स्ट्रेटरर्जी को यहां पर भारत और सूबे के जल संसाधन विभाग के साथ साझा करेगा।