नई दिल्ली। 24 मई की रात जेवर में हाइवे पर कार सवार परिवार को बंधक बनाकर 4 महिलाओं से गैंगरेप और एक महिला के पति के मर्डर के मामलें में पुलिस ने जेवर में एकाउंटर के बाद 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया है 2 बदमाश मौके से फरार हो गए है एनकाउंटर में एक बदमाश को गोली लगी है जिसे दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है ये सभी बदमाश कुख्यात बावरिया गिरोह के सदस्य हैं गिरफ्तार किए गए बदमाशों के नाम राजू राकेश, जय सिंह और दीपक हैं।
मई में हुए जेवर गैंपरेप और मर्डर केस के बाद यूपी पुलिस इस बर्बर कांड के दोषियों को पकड़ने का दवाब था इस कांड की देशभर में चर्चा हुई थी और इससे योगी सरकार में यूपी लॉ ऐंड ऑर्डर को लेकर सवाल उठे पूरे कांड की तफ्तीश में जुटी पुलिस पड़ोसी राज्यों में भी आरोपियों की तलाश कर रही थी पुलिस को जानकारी मिली की जेवर में कुछ बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने कि फिराक में हैं इसके बाद पुलिस की टीम ने बदमाशों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया आखिरकार संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद 4 बदमाश पकड़ लिए गए जबकि 2 बदमाश पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े पुलिसा का दावा है कि ये बदमाश बावरिया गिरोह के सदस्य हैं और जेवर में हाईवे पर एक परिवार के साथ हैवानियत और एक शख्य के मर्डर को अंजाम दिया था।
मालूम हो कि जेवर में 24 मई की रात में जेवर बुलंदशहर रोड पर साबौता के पास लूटपाट के बाद 4 महिलाओं से गैंगरेप किया गया था। विरोध करने पर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। पीड़ित परिवार के 8 सदस्य अपनी गाड़ी से बुलंदशहर जा रहे थे। जेवर में गैंगरेप और हत्या की यह वारदात उसी सड़क पर हुई थी जिस पर पिछले साल 29 जुलाई 2016 की रात को बुलंदशहर गैंगरेप केस हुआ था। तब इसी तरह यात्रा कर रहे एक परिवार की महिलाओं के साथ परिवार के पुरुष सदस्यों के सामने गैंगरेप हुआ था। उस समय लॉ ऐंड ऑर्डर को लेकर तत्कालीन अखिलेश सरकार की काफी आलोचना हुई थी। बुलंदशहर कांड को लेकर तब के यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने विवादित बयान भी दिया था जिसके लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट में बिना शर्त माफी भी मांगनी पड़ी थी।