हैदराबाद। पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान बिशन सिंह बेदी ने विराट कोहली से मतभेदों के बाद अनिल कुंबले के मुख्य कोच के पद से हटने को खेदजनक बताया है। साथ ही उन्होंने इसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की आलोचना की है। बेदी ने कहा कि ये बहुत ही दुख की बात है कि आपसी कलह की वजह से कुंबले को पद छोड़ना पड़ा और बीसीसीआई इस पर चुप रहा। बेदी ने कहा कि जिस वक्त बोर्ड को ये स्थिति बिगड़ती दिख रही थी उसे उसी वक्त संभाल लेना चाहिए था। बेदी ने कुंबले के पज छोड़ने पर दुख जताया।
बता दें कि पूर्व कप्तान ने कहा कि ऐसी स्थिति पैदा होने से पहले ही मामले को संभालना बोर्ड का काम है, लेकिन उसने स्थिति को बिगड़ने दिया और उसे संभालने की कोशिश नहीं कि गई। लेकिन बोर्ड ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई, जिसके कारण कोच को अपना पद छोड़ना पड़ा। बेदी ने कहा कि खेल के दौरान अक्सर गलतफहमियां हो जाती हैं, ऐसे में बोर्ड को मध्यस्थता का रास्ता अपना चाहिए था। मगर बोर्ड सिर्फ तमाशा देखता रहा। बेदी ने कहा कि हर कोच के सामने ऐसी स्थिति आती है। हर किसी के बीच में गलतफहमियां हो जाती हैं इसका ये मतलब नहीं कि बोर्ड अपना पल्ला झाड़ ले और बैठकर सिर्फ तमाशा देखे। उसको स्थिति को संभालने की कोशिश करने चाहिए। न कि हाथ-हाथ रख कर बैठना चाहिए।
इतना ही नहीं बेदी ने कहा कि बोर्ड के अधिकारी अयोग्य हैं, जिसके कारण यह सब हुआ। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें कुंबले के प्रति खेद है। अगर कुंबले के साथ इतने अच्छे परिणाम देने के बाद इस तरह का व्यवहार किया जाता है, तो उनका स्थान लेने वाले के साथ क्या हो सकता है यह स्वत: अनुमान लगाया जा सकता है। कुंबले ने हर बार अपना बेस्ट दिया है लेकिन उसके बाद भी उसके साथ ऐसा व्यवहार किया गया जो बिल्कुल भी सही नहीं है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कुंबले की जगह लेने वाले कोच के साथ क्या किया जा सकता है।