संत कबीर नगर। नेपाल से पानी छोड़े जाने और बरसात के पानी से देश की नदियां जगह-जगह अपना कहर बरपा रही है और लोग परेशान हो रहे है तो वहीं संत कबीर नगर जनपद भी इससे अछुता नही है। जिले में राप्ती नदी खतरे के निसान से 90 सेमी ऊपर बह रही है, तो दूसरी तरफ घाघरा नदी भी खतरे के निसान को पार कर 20 सेमी से ऊपर बह रही है। जबकि आमी नदी का पानी बढ़ने से जहां दर्जनों से अधिक गावों को जोड़ने वाला सम्पर्क मार्ग भी बह गया है तो दूसरी तरफ 2 गावों में भी लोगों के घरों में पानी घुस गया है जिससे उनका जीवन तहस नहस हो गया है।
आपको बता दें कि संत कबीर नगर जिले के बघौली ब्लाक में आमी नदी के पानी ने जहां बखिरा पिपरा बोरिंग मार्ग पर लगा पुलिया बह गया है। वहीं पुलिया के भी बह जाने से दर्जनों से अधिक गावों का रास्ता पूरी तरह से बन्द हो गया है। जबकि स्थानिय लोगों की माने तो इस सड़क से गोरखपुर और बस्ती जनपद के लोग भी यात्रा करते है। इतना ही नही नदी का जलस्तर बढ़ने से भकठी व बेलदारीपुर गांव में इस कदर पानी घुस गया है की गांव को लोगों को सीने तक पानी में घुसकर के आना जाना पड़ रहा है। वही बढ़े हुए जलस्तर से 500 बीघे से अधिक की खेती भी पूरी तरह से जल में डूब गई है। ये समस्या कोई नई नही है, बल्कि पिछले 4 दिनों से व्याप्त है, फिर भी जिम्मेदार अधिकारियों ने बाढ़ से पीड़ित इन ग्रामीणों के लिए अब तक किसी भी प्रकार का कोई प्रबन्ध नही किया है जिससे ग्रामीण काफी आहत है
ग्रामीणों को जहां भोजन नही मिल पा रहा है, तो अब दूसरी तरफ पशुओं के चारे का संकट भी उतपन्न हो गया है फिर भी जिम्मेदार अधिकारी इससे बड़ी किसी घटना का बैठकर इन्तजार कर रहे है। जलमग्न गांव के लोगों को अपनी जरूरत के सामान को खरीदने और उसे गन्तव्य तक पहुंचाने में कितनी कठिनाइयां हो रही है इसका अंदाज वीडियों देखकर आप खुद ही लगा सकते है जबकि सम्पर्क मार्ग को प्रशाशन के आदेश पर ग्रामीणों ने बॉस लगाकर रोक दिया है और सम्पर्क मार्ग कट जाने से बच्चें स्कूल तक नही पहुंच पा रहे है। ये समस्या पहली बार की नही है बलकी इससे पहले भी 2 बार बाढ़ आ चुकी है फिर भी जिला प्रशासन कोई ठोस इंतजाम नही कर पा रहा है। जिससे ग्रामीणों में काफी गुस्सा व डर देखने को मिल रहा है।