बलरामपुर। जनपद बलरामपुर में बाढ़ का कहर जारी है। राप्ती नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। सदर तहसील क्षेत्र में बाढ़ का पानी तेजी से उतर रहा है। उतरौला तहसील में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। उतरौला तहसील के सौ से अधिक गांव अभी भी जलमग्न हैं। एनडीआरएफ टीम को बलरामपुर से उतरौला भेज दिया गया है। बाढ़ में फंसे लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है। कई बीमार व्यक्तियों को भी बाहर लाकर अस्पताल पहुंचाने में मदद की जा रही है।
उधर सांसद दद्दन मिश्रा, विधायक सदर पलटु राम, विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ल, जिला अधिकारी राकेश कुमार मिश्र, एसपी प्रमोद कुमार सदर तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गए और वहां राहत सामग्री तथा लंच पैकेट वितरित किए। जिन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी कम होता जा रहा है वहां बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जनपद में बाढ़ की मार झेल रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ व पीएससी की टीम के साथ सांसद विधायक के साथ डीएम व एसपी को अपने बीच पाकर बाढ़ प्रभावित लोगों का हौसला बढ़ रहा है। मौके पर उन्हें लंच पैकेट व राहत सामग्री देने के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा समस्याओं को सुनकर उनके निस्तारण की भी व्यवस्था साथ-साथ कराई जा रही है। शासन के इस प्रयास से संभव है कि आने वाले समय में बाढ़ से प्रभावित हजारों जरूरतमंदों को, जिनका घर बाढ़ की आगोश में समा चुका है उन्हें घर मिल सकता है जिनकी फसलें नष्ट हो गई हैं उन्हें समुचित मुआवजा भी मिल सकता है।
राप्ती नदी का जलस्तर 8वें दिन बलरामपुर में खतरे के निशान से ऊपर है। तहसील बलरामपुर तथा तुलसीपुर में बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने की ओर बढ़ रही है। उतरौला में स्थिति और भयावह होती जा रही है। उतरौला की स्थिति को देखते हुए एनडीआरएफ की पूरी टीम व पीएससी की एक कंपनी उतरौला क्षेत्र में लगा दी गई है। यह दोनों टीमें तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। इसमें कोई शक नहीं है की बाढ़ समाप्त होने के बाद लोगों की समस्याएं और बढ़ेंगी। बर्बाद हो चुकी फसलें नष्ट हो चुके घर बाढ़ पीड़ित लोगों की समस्याएं बढ़ाएंगी।