लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राजनीतिक की चल रही परीक्षाओं में से 3 परीक्षा खत्म हो चुकी हैं। चौथी परीक्षा के लिए राजनेताओं में आकर्षण का केंद्र बनने की होड़ लगी हुई है। सभी पार्टियों के दिग्गज चाहते हैं कि सभी लोग सिर्फ उन्हीं की ओर देखें और मतदान करें। चाहे वो समाजवादी पार्टी हो, बसपा या फिर भाजपा सभी के प्रत्याशी रैलियों से ज्यादा लोगों को अपनी ओर खींचने के लिए फिल्मी सितारों का सहारा ले रहे हैं।
हालांकि सितारों के जरिए चुनाव प्रचार करने का ट्रेंड काफी सालों से चलता आ रहा है। राजनीति की बाजी जितने के लिए अकसर सितारों का दामन थामा जाता है लेकिन इस बार के चुनाव काफी खास होने वाले हैं क्य़ोंकि एक तरफ फिल्मी सितारें हैं तो दूसरी तरफ मोदी का खुमार लोगों के सिर पर चढ़कर बोल रहा है। मोदी के खुमार के बाबजूद भाजपा नेताओं द्वारा फिल्मी सितारों का सहारा लिया जा रहा है।
सपा की महिमा और जया
भाजपा मोदी मैजिक पर जोर आजमा रही है तो दूसरी तरफ प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी समाजवादी पार्टी ने अभिनेत्री महिमा चौधरी और जया बच्चन पर चुनाव प्रचार के लिए भरोसा किया है। अखिलेश की पत्नी और कन्नौज से सांसद डिम्पल यादव जहां-जहां चुनाव प्रचार के लिए रण में उतरी तो साथ में जया बच्चन ने भी मंच को संभाला। जया के साथ महिमा चौधरी भी सपा के लिए वोट मांग रही है।
हाथ को मिला नगमा का साथ
समाजवादी पार्टी अगर जया बच्चन के जरिए मतदाताओं को लुभाने में लगी हुई तो कांग्रेस भी कहां पीछे हटने वाली है। कांग्रेस नेता राज बब्बर पहले ही बॉलीवुड इंडस्ट्री से तालुक्कात रखते हैं तो दूसरी तरफ पार्टी ने नगमा पर दांव खेला है। नगमा अब तक कई कांग्रेसी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार कर चुकी हैं।
राजपाल ने किया चकित
सभा पार्टियां फिल्मी सितारों को बुलाने में लगी हुई हैं तो दूसरी तरफ राजपाल ने खुद की पार्टी का गठन करके सबको हैरत में डाल दिया है। विधानसभा चुनाव 2017 के लिए राजपाल यादव ने सर्व धर्म समभाव पार्टी का गठन करके सबको चारों खाने चित्त कर दिय़ा है। राजपाल अपने मजाकिया अंदाज से मतदाताओं को गुदगुदाकर अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।
मनोज तिवारी के भाजपा
भाजपा के केंद्र की सत्ता में काबिज होने के बाद कई फिल्मी सितारे भाजपा का दामन थाम चुके हैं। इसलिए भाजपा के पास चुनाव प्रचार कराने के लिए फिल्मी सितारों की कमी नहीं है। मनोज तिवारी भोजपूरी गानों के जरिए लोगों को लुभाने में लगे हुए हैं। अब तो रविकिशन भी भाजपा का दामन थाम चुके हैं और कयास लगाए जा रहे हैं कि वो जल्द ही चुनाव प्रचार करने के लिए रण में उतर सकते हैं। हालांकि पार्टी ने शत्रुघन सिन्हा जैसे दिग्गज कालाकार को अब तक चुनावी रण में प्रचार के लिए नहीं उतारा है।
फिल्मों सितारों की प्रदेश में ये बहार भी उसी तरह है जैसे 4 साल में एक बार 29 फरवरी का आना। जो भी मौसम की बहार समझकर प्रदेश की जनता भी इसका लुत्फ ले रही है। वैसे चुनावी रण में किस पार्टी का फिल्मी सितारा हिट रहा और उसे सत्ता की कुर्सी तक पहुंचाने में कामयाब रहा इसका पता को 11 फरवरी को ही चलेगा।