पटना। बिहार टॉपर घोटाले में एक नया मोड़ आया है। विद्यालय परीक्षा समिति ने इस मामले के मुख्य आरोपी लालकेश्वर प्रसाद सिंह के कार्यकाल के दौरान मिले 53 कॉलेजों पर कार्यवाई की गई है। इस मामले में 50 कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी तो वहीं एक की निरस्त जबकि 2 की मान्यता को निलंबित कर दिया है।
बिहार विद्यालय समिति ने इस मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए 212 कॉलेजों की जांच बिहार बोर्ड से करवाई थी। जिसमें से 174 की मान्यता कैंसिल की जा चुकी है। इसके साथ ही 26 कॉलेजों की मान्यता को निरस्त और 2 संस्थानों की मान्यता निलंबित है।
वहीं इस पूरे मामले पर बोर्ड के अध्यक्ष किशोर का कहना है कि सभी 211 कॉलेजों की जांच पूरी हो चुकी है। जिन पर कार्यवाई की गई। इसके साथ ही आज बाकी 53 कॉलेजों के खिलाफ कदम उठाया गया। मान्यता रदद् होने पर उन्होंने कहा कि ये सभी कॉलेज नियमावली 2011 के मानकों को पूरा नहीं करते थे इसलिए कार्यवाई की गई। जिन स्थानों पर ये कार्यवाई की गई उनमें से ज्यादातर संस्थानों में मानक के अनुरुप भवन, शिक्षक और कर्मचारी इत्यादि नहीं थे।