हरदोई। जनपद में वाहनों की रफ्तार का कहर घर-घर के जनमानसों को अपना शिकार बनाता जा रहा है। हर चौराहे पर ट्रेफिक सिगनल ना होने के कारण लोग वाहनों की स्पीड को बढ़ाते जा रहे है फिर जिससे आम लोग इसका शिकार हो रहे है तथा सूबे के हर जिले में इनटरसैपटर (वाहनों की रफ्तार नापने वाली गाडी) की गाडी होने के बावजूद भी ट्रफिक पुलिस कर्मी उस गाडी को अपनी डियूटी में तैनात करके ना तो वाहनों की स्पीड चैक करके उनका चलान करते है और ना ही ट्रफिक पुलिस कर्मी खुद ही ट्रेफिक सिगनल पर तैनात होते है। ऐसा ही एक वाहनों की रफ्तार के कारण शिकार होने का मामला सामने आया है।
आपको बता दें कि हरदोई जनपद में शहर के एक प्राइवेट नर्सिंग होम से साईकिल सवार पिता अपने बीमार बेटे को दवा दिलाकर ले जा रहे थे कि अचानक रास्ते में तेज रफ्तार से जा रही एक कार ने इनको टक्कर मार दी। कार की टक्कर से पिता की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई व उसका पुत्र गम्भीर रुप से घायल हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने घायल पुत्र के नजदीकी अस्पताल ले गए।
थाना कोतवाली देहात के नीर गांव निवासी शौकत अली अपने बीमार बेटे गुफरान को एक प्राइवेट नर्सिंग होम से दवा दिलाकर उसको साईकिल पर बैठाकर वापस घर जा रहे थे। इसी बीच सीतापुर मार्ग पर कोतवाली देहात से कुछ ही दूरी पर सामने से आ रही एक तेज रफ्तार कार ने इनको टक्कर मार दी। जिससे शौकत अली की घटना स्थल पर ही मौत हो गई व उसका बेटा गुफरान गम्भीर रूप से घायल हो गया। इस बात की सूचना जैसे ही परिजनों को मिली तो पूरे परिवार में मातम छा गया।