मेरठ। मेरठ के कमिश्नर कार्यालय के पास सोमवार(24-04-17) को एक नए रूप में अजगर किसान मजदूर संगठन के नेतृत्व में किसानों का प्रदर्शन देखने को मिला। बता दें कि केंद्र सरकार ने आलू खरीदने को लेकर विचार किया है। वह 487 रुपए निर्धारित किए गए हैं, जबकि इस पर 800 से 900 रुपए की लागत आती है।
वर्तमान में सरकार ने जो आलू खरीदने का विचार किया था जिस कारण आलू की खेती करने के कगार पर है और किसान भूखमरी की कगार पर पहुंच रहा है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी किसान को खेती की पैदावार बढ़ाने की लगातार बात करते हैं पर उसे ना तो खरीदने के लिए तैयार हैं और ना ही कोई योजना बनाते हुए नजर आ रहे हैं। किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों को 50% मुनाफा देने की बात कही थी लेकिन वह वादा पूरा नहीं हुआ।
आपको बता देंगे आज मेरठ के थाना सिविल लाइन क्षेत्र अंतर्गत कमिश्नर कार्यालय के बाहर किसानों ने सड़ा आलू कमिश्नर के कार्यालय के बाहर डाल दिया। जिसके बाद कुछ किसान आलुओं के ऊपर लेटकर मरने का नाटक करते हुए जमकर प्रदर्शन करते हुए नजर आए। साथ ही किसानों ने कहा है कि अगर उनकी समय से मांग पूरी नहीं हुई तो वह मेरठ के साथ साथ पूरे देश में आंदोलन करेंगे।
किसानों की मांग
1 आलू किसान को लाभकारी मूल्य जिया जाए।
2 तुरंत आलू की टोल चालू कराई जाए।
3 सही समय पर आलू किसानों को पेमेंट किया जाए जिससे किसान समय पर अपने बच्चों की रोटी रोजी रोटी स्कूल फीस और बेटियों की शादी कर सके।
4 सही आलू का दाम नहीं मिलने पर उसे कॉल रेस्टोरेंट में रखवाने का इंतजाम किया जाए कोल्ड स्टोरेज दो पर एक जा इस किराया निर्धारित किया करवाया जाए।
शानू भारती, संवाददाता