पिथौरागढ़। किसानों के आत्महत्या करने का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। पिथौरागढ़ जिले में एक किसान जो कर्ज के दवाब आ गया था जिसके बाद किसान ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली। किसान के आत्महत्या करने के बाद ग्रामीणों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मिलकर बेरीनाग में कर्ज माफी के लिए मांग की और प्रदर्शन भी किया।
आत्महत्या करने वाला किसान बेरीनाग तहसील के पुरानाथल गांव की रहने वाला था सुरेंद्र सिंह ने पांच वर्ष पूर्व साधन सहकारी समिति पुरानाथल से कृषि कार्य के लिए 75 हजार रुपये का कर्ज लिया था। जिसके बाद उसने ग्रामीण बैंक बेरीनाग से चार वर्ष पूर्व 50 हजार रुपये का कर्ज लिया।
सुरेंद्र सिंह ने दो दिन पहले अपने कस्बे में कई लोगों को बताया था की वो बैंक से लिया गया लोन चुका नही पा रहा है और बैंक की तरफ से उसे नोटिस आया है। सुरेंद्र सिंह मुश्किल से अपने परिवार को रोज की रोटा पानी का जुगाड़ कर पाता था।
सुरेंद्र इस उम्मीद में था कि शायद सरकार की किसी योजना में कृषि कर्ज माफ हो जाए, लेकिन ऐसी कोई पहल नहीं होने की वजह से वह तनाव में रहता था। ग्रामीणों ने बताया की इसी तनाव के कारण गुरुवार रात को उसने घर पर ही जहरीला पदार्थ खा कर आत्महत्या कर ली।
किसान के जहर खाने का पता चलते ही परिजन उसे स्वास्थ केंद्र लेकर पहुंचे। किसान की गंभीर हालत देखते हुए चिकित्सकों ने उसे पिथौरागढ़ जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। जहां शुक्रवार की सुबह सुरेंद्र ने दम तोड़ दिया। मृतक के दो बेटे हैं और दोनों बेरोजगार हैं। दोनों बेटों के नाम पर भी कृषि कर्ज ले रखा है।
एसडीएम विवेक प्रकाश ने बताया कि किसान के आत्महत्या की जानकारी मिली है। आत्महत्या के कारणों का जांच के बाद ही पता चल सकेगा। दूसरी ओर घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों व स्थानीय कांग्र्रेस नेताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और मृत किसान का कृषि कर्ज माफ करने के लिए साथ ही उसके परिवारजनों को मुआवजा देने की मांग भी की है।