नई दिल्ली। देश की सर्वोच्च अदालत में अभी इस देश का सबसे गम्भीर मुद्दा सुनवाई में पड़ा हुआ। इस मामले को लेकर 21 मार्च को कोर्ट ने एक बड़ा आदेश देते हुए कहा था कि कि दोनों पक्ष आपसी सुलह समझौते के जरिए इस मामले मे पहल करें कोर्ट मध्यस्तता करने को तैयार है। इस बाद एक बार फिर ये मामला फिर से सुलगते हुए खड़ा हो गया। जी हां हम बात कर रहे हैं रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद मामले की जिसमें जुलाई से एक बार फिर कोर्ट अपनी नियमित सुनवाई शुरू करने जा रहा है।
जब मार्च में इस मामले में कोर्ट ने पहल दिखाई थी तो धर्मनगरी का सियासी पारा दिल्ली से लेकर अयोध्या तक सूब जमकर गरम हुआ था। लगातार बातचीत और चर्चाओं का दौर भी चला था। लेकिन आखिरकार सब कुछ फिर एक बार ठंडे बस्ते में चला गया। लेकिन रामनगरी में बीते दिनों सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के दौरान जब वो रामलला का दर्शन करने गये तो फिर ये मुद्दा एक बार उठ खड़ा हुआ। इस बार के विधान सभा चुनाव में भी भाजपा ने इसे अपने घोषणापत्र में जगह भी दी थी।