दिल्ली। बुधवार को दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट के लिए शाम को वोटिंग खत्म हो गई। साल 2015 में इस सीट पर जितना मतदान हुआ इस बार उससे भी कम मतदान इस सीट के लिए किया गया। वोटिंग कुल 45 फीसद मतदान में ही सिमट गई। मतदान सुबह 8 बजे शुरू हुआ था लेकिन यह काफी सुस्त दिखाई दिया। 28 अगस्त को वोटों का पिटारा खुलेगा और फैसला सब के सामने आ जाएगा। माना जा रहा है कि खराब मौसम के कारण भी बवाना में कम वोटिंग हुई।
बवाना सीट के लिए बुधवार को वोटिंग के दौरान कुछ मशीनों में खराबी भी पाई गई जिस कारण बिना वोट डाले ही कुछ लोगों को लौटना पड़ा था। तीन बजे तक वोटिंग केवल 35.44 फीसद ही हुई और शाम होते होते यहां 45 फीसद ही मतदान हुआ। बवाना की बात की जाए तो यहां के लोगों पर पानी, टूटी सड़के आदि की मार पड़ रही है। बताया जा रहा है कि लोगों ने क्षेत्र में काम ना होने के चलते भी वोट का बहिष्कार किया है।
बीजेपी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी चुनाव के लिए अपना दमखम पहले ही दिखा चुकी है। अगर बात की जाए आम आदमी पार्टी की तो यह चुनाव कई मायनों में आम आदमी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है। दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस सीट के लिए काफी प्रचार किया है। चुनाव में मतदान के लिए 379 मतदान केंद्र बनाए गए। बात की जाए बीजेपी की तो उपचुनाव में आम आदमी पार्टी से बागी हुए वेद प्रकाश को बतौर उम्मीदवार मैदान में उतारा है। उन्होंने आप से 2015 में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कराई थी। दूसरी तरफ कांग्रेस ने सुरेंद्र कुमार को मैदान में उतारा है। सुरेंद्र कुमार बवाना से तीन बार विधायक रहे हैं।