लंदन। ब्रिटिश की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने ब्रिटेन में समय से पहले चुनाव कराए जाने की सिफारिश की है। टेरिया मे अब इस चुनाव को 8 जून 2017 को कराने का आह्वान किया है। लेकिन टेरीजा मे ने ये चौंकाने वाली घोषणा ऐस वक्त में की जब ब्रिटेन यूरोपिय संघ को छोड़ने को लेकर वार्ता की तैयारी कर रहा है।
मे ने कहा की, ‘‘हमें आम चुनाव की जरूरत है और हमें वह अभी ही चाहिए. हमें यह करने के लिए एक मौका है वह भी विस्तृत वार्ता शुरू होने से पहले।’’
2015 में यूरोपीय संघ से अलग हो गया था ब्रिटेन
यूरोपीय संघ से अलग होने के लिए ब्रिटेन की जनता ने अपनी मुहर लगा दी थी। बता दें की इस जनमत संग्रह में ब्रिटेन के 52 फीसदी लोगों ने यूरोपीय संघ को छोड़ने के पक्ष में वोट दिया था और 48 फीसदी लोगो ने यूरोपीय संघ का हिस्सा बने रहने के पक्ष में वोट दिया था।
2015 में ब्रिटेन के प्रधानंमंत्री रहे डेविड कैमरन चाहते थे की ब्रिटेन यूरोपीय संघ का हिस्सा बना रहे लेकिन जनमत संग्रह ने इसके उलट फैसला दिया। साल 2008 में वैश्विक मंदी होने के बाद से ही ब्रिटेन यूरोपीय संघ से अलग होने की मांग उठा रहा था और साल 2015 के आम चुनावों में डेविड की जीत का मुख्य कारण भी यही था की डेविड ने वादा किया था की सत्ता में आने के बाद जनमत संग्रह कराया जाएगा।
इस जनमत संग्रह में 71.8 प्रतिशत लोगों ने अपने मत का इस्तेमाल किया था और ये साल 1992 के बाद ब्रिटेन में हुआ सर्वाधिक मतदान था। ब्रिटेन ने इस मतदान के बाद 43 सालो बाद यूरोपीय संघ से अलग होने का फैसला लिया।
जनमत संग्रह के नतीजों के बाद से ब्रिटेन की मुद्रा पाउंड, डॉलर के मुकाबले 1985 के बाद के अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी। वेल्स और लंदन के बाहर इंग्लैंड के अधिकांश मतदाताओं ने ‘ब्रेक्सिट’ के पक्ष में वोट दिया था।
लंदन और स्कॉटलैंड ने ईयू में बने रहने के लिए मतदान किया था। ईयू के गठन के बाद इससे बाहर निकलने वाले देशों में ब्रिटेन पहला देश है।