फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के जनपद फतेहपुर की बात की जाए तो सदियों से यह जनपद अपनी बदहाली पर आंसू बहाता नजर आ रहा है। इस जिले ने देश को ना सिर्फ प्रधानमंत्री दिया बलकि वर्तमान समय में केंद्रीय मंत्री के साथ-साथ 2 राज्य मंत्री भी दिए हैं। मगर इसके बाद भी यहां की समस्याएं ज्यों के त्यों आज भी बनी हुई हैं। पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जहां आम जनमानस का जीना नर्क करके रख दिया है। तो वहीं इस का असर बच्चों की शिक्षा पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है। आपको बता दें कि जनपद में बारिश के चलते सड़कों से लेकर गलियारों तक पानी भरा हुआ है। यही नहीं स्कूल भी तालाबों की रुप में देखे जा रहे हैं। जिससे बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ता दिखाई दे रहा है।
विद्यालयों के चारों तरफ जल भराव के कारण शिक्षक तक स्कूल नहीं जापा रहे हैं और न ही बच्चे। एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय की जिसके चारों तरफ पानी भरा हुआ हैं। पानी भरा होने के कारण न तो कोई टीचर वहां जा सकता हैं और न ही पढ़ने वाले बच्चे। केंद्र सरकार हो या प्रदेश सरकार दोनों ही शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए प्रयास कर तो हैं मगर शिक्षा का स्तर कैसे सुधरेगा जब बच्चों को शिक्षा ही नहीं मिलेगी। सरकारी योजनाएं तो बहुत हैं और सरकार उन योजनाओं पर अमल भी कर रही हैं मगर इस जनपद में जल भराव से निजात दिलाने के लिए शायद सरकार और सरकार के बैठे नेता मंत्रीयों के पास कोई भी योजनाए नहीं है।
सरकार और सरकारी अधिकारीयों को पहल करनी होगी तभी यहां के निवासीयों को इस समस्या से निजात मिल सकती है। इस बारे में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया की इस संबंध में खण्ड शिक्षाधिकारी को निर्देशित कर दिया गया है। जैसे भी होगा पर व्यवस्था सुधारी जाएगी। वही जब छात्र और उनके अभिभावकों से बात की गई तो बच्चे पढ़ना चाहते हैं मगर जल भराव के कारण स्कूल तक नहीं जा पाते। नगर पालिका अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश लोधी ने भी अपने मौजूदा कार्यकाल में शहर को जल भराव से निजात दिलाने की कोई उचित व्यवस्था नहीं की और संसाधनों की कमी के कारण जब तक सीवर लाइन की व्यवस्था नहीं होती यह समस्या बर्करार ही रहेगी। आखिर कार बारिश थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे हालातों में स्कूलों का जल भराव कम होने के भी कोई आसार नहीं लग रहे है।