देहरादून। आखिरकार चुनाव आयोग के निर्देश पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने उन प्रत्याशियों को जोर का झटका जोर से दिया है,जो फर्जी मतदाताओं के बल पर चुनाव जीतना चाहते थे। चुनाव आयोग द्वारा जारी किये गये ताजा आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में फर्जी मतदाताओं का बोलबाला है। प्रदेश में जो प्रमाण पत्र है उनमें से आधे से ज्यादा लोगों ने एक से अधिक प्रमाण पत्र बना रखे हैं।
समीक्षा के तहत लगभग 1 लाख 86 हजार मतदाताओं के मताधिकार को हटा दिया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के सूत्रों को माने तो प्रदेश की सभी 70 विधानसभाओं में लगभग 1 लाख 86 हजार दोहरा परिचय पत्र रखने वाले मतदाताओं को एक स्थान से हटा दिया गया है।
जिलेवार वोटर लिस्ट के कटे नामों की बात करें तो महज 2 विधानसभा क्षेत्र वाले रुद्रप्रयाग जिले मेंन्यूनतम संख्या भी लगभग 4 हजार है,जबकि यहां जिन लोगों के नाम काटे हैं उनकी संख्या 900 से अधिक है। लगभग हजार मतदाता विधानसभा में हार जीत में बहुत मायने रखते हैं।
2012 के आंकड़े देखे जाए तो लगभग 1 दर्जन विधानसभाओं में हार जीत 1 हजार के आसपास हुई है। जिसमें 100 से लेकर 1500 तक के हार जीत के आंकड़े मिलते हैं। इन मतदाताओं के कारण ही यह हार जीत हुई है, जो लोकतंत्र के लिए बहुत सुखद नहीं मानी जा सकती है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त कार्यालय के सूत्रों की माने तो हरिद्वार जनपद में सबसे अधिक मतदाताओं के नाम काटे गए। यहां चार विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां विधानसभा मतदाताओं के नाम अलग-अलग सूचियों में पाए गए। जहां विधायकों के हार जीत का अंतर भी काफी कम रहा है।
यही नहीं राजधानी देहरादून भी इस व्यवस्था से वंचित नहीं है। वहां भी इसी तरह के कई प्रकरण रहे हैं। जहां अलग-अलग विधानसभाओं में लोगों के नाम पाए गए । जिन्हें हटाया गया है। यह बात अलग है कि इसमें कई ऐसे नाम भी हट गए हैं जो वास्तविक मतदाता भी हैं पर इसका पूरा ब्यूरा मतदाता सूची प्रकाशन और प्रदर्शन के बाद ही मिल सकेगा। इसी का प्रमाण पूर्व बसपा विधायक तथा हरिद्वार मो.शहजाद का नाम भी शामिल है। मो. शहजाद का कहना है कि जानबूझकर उनका नाम सूची से पृथक किया गया है,जो उन्हें परेशान करने के नीयत से किया गया है।
गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग ने हरिद्वार 6596, बीएचईएल 5628, किच्छा 4476, हल्द्वानी 4364, रुडक़ी 4136, पिरान कलियर 3990 का नाम शामिल है। राजधानी दूसरे स्थान पर है जहां देहरादून कैंट 3818 गए हैं। इसी प्रकार जसपुर में 3472, रामनगर 3429, द्वाराहाट 3358 एक स्थान पर मतों से वंचित किए गए हैं।