रुद्रप्रयाग। बुधवार रात को भूकंप के तेज झटकों से उत्तराखंड की धरती डोल उठी। भूकंप के झटके दिल्ली एनसीआर, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ तक महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई है, जिसका केंद्र उत्तारखंड का रुद्रप्रयाग बना। भूकंप के तेज झटकों के चलते राज्य के लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि भूकंप से किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है। वहीं राज्य सरकार ने भूकंप को देखते हुए सभी जिलाधिकरियों को सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। चमोली जिले के गैरसैंण में विधानसभा के शीत सत्र के लिए वहां मौजूद मंत्री, विधायक और अधिकारी भी भूकंप के झटकों के बाद कमरों से बाहर निकल आए।
गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में बुधवार रात आठ बजकर 50 मिनट और इसके कुछ देर बाद भूकंप के लगातार दो झटके महसूस किए गए। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि भूकंप का केंद्र रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि ब्लाक स्थित तोलियों गांव के पास कार्तिक स्वामी मंदिर के पीछे की पहाड़ी पर 30 किमी की गहराई में था। उन्होंने बताया कि भूकंप के लिहाज से राज्य के अति संवेदशाील श्रेणी वाले जनपदों में सभी जिलाधिकरियों को अलर्ट पर रखा गया है। अस्थायी राजधानी दून में भी लोग भूकंप के झटकों से घरों से बाहर आ गए। रात की पाली में काम करने वाले दफ्तरों में अफरा-तफरी का माहौल रहा।
भूकंप के झटके आते ही अफसरों के फोन घनघनाने लगे। सीमांत जिलों में जिलाधिकारियों ने कंट्रोल रूम पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान आपदा से जुड़े विभागों को अलर्ट रहने को कहा गया। रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश घिल्डियाल ने भी अफसरों के साथ देर रात तक बैठक ली। वहीं, विस सत्र के मद्देनजर गैरसैंण पहुंचे चमोली के डीएम आशीष जोशी, एसपी तृप्ति भट्ट ने देर रात तक अफसरों के साथ बैठक की।