मैनपुरी। अपनी कारगुजारिओं के चलते सुर्खियों में रहने वाली सदर कोतवाली फिर एक बार और चर्चा का विषय बनी हुई है। गुरूवार की दोपहर सदर कोतवाली परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था में सैंध लगाकर मौत का काला कारोबार करने वाला अवैध शराब का वांछित शातिर अपराधी फरार हो गया। शातिर सरगना के भागते ही पुलिस अधिकारियों के पांव तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में पुलिस बल उसकी खोज में सड़कों पर दौड़ पड़ा। पुलिस ने शहर की भीड़ भरी सड़कों पर कांबिंग की मगर उसका कोई सुराग नहीं लग सका।
पूरे मामले के अनुसार थाना किशनी पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व कुसमरा क्षेत्र के मोहर श्री मेमोरियल इंटर कालेज में मुखबीर की सूचना पर छापा मारकर भारी मात्रा में केमिकल से तैयार की जाने वाली अवैध शराब बरामद की थी। पुलिस ने मौत का यह काला कारोबार करने वाले 6 शातिरों को मौके से दबोच लिया था। पुलिस ने छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में केमिकल तथा शराब व अन्य सामान भी बरामद किया था। इस अवैध कारोबार का संचालन शराब माफिया व्यासमुनी यादव पुत्र जाहर सिंह यादव निवासी हवीलिया थाना किशनी की देख-रेख में संचालित था। पुलिस सूत्रों की मानें तो व्यासमुनी यादव शातिर किस्म का हिस्ट्रीशीटर है। इस मामले में व्यासमुनी यादव काफी दिनों से वांछित चल रहा था। गुरूवार को सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर समरेश सिंह पुलिस बल के साथ मुखबिर की सूचना पर पहुंचे और शराब माफिया व्यासमुनी यादव को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस उन्हें कोतवाली लेकर आई थी। व्यासमुनी यादव पुलिस की कड़ी निगरानी में रखा गया था। बताते हैं कि इसी बीच नगर के मोहल्ला देवपुरा निवासी अजय भदौरिया पुत्र बलराम सिंह घायला अवस्था में रिपोर्ट लिखाने के लिए कोतवाली गए हुए थे। अजय भदौरिया का किसी बात को लेकर पड़ोसियों से विवाद हो गया था। पड़ोसियों ने घर में घुसकर उनके साथ मारपीट कर दी थी। पुलिस ने अजय भदौरिया की तहरीर पर रिपोर्ट तो दर्ज कर ली मगर रिपोर्ट की एक कापी पीड़ित को नहीं दी थी। इसी बीच अजय भदौरिया के पक्ष में आए युवा भाजपा नेता गौतम सिंह का थाने में तैनात मुंशी सौरभ भारती से विवाद हो गया। विवाद के बाद मुंशी और भाजपा युवा नेता में नोक झोंक हो गई। सौरभ भारती ने भाजपा युवा नेता से अभद्रता कर दी। इसके बाद थाने के मुंशी और भाजपा नेता में मारपीट तक हो गई। इसी हंगामे का फायदा उठाकर और पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था में सैंध लगाकर शराब माफिया व्यासमुनी यादव पुलिस को चकमा देकर कोतवाली से फरार हो गया। शराब माफिया के भागते ही कोतवाली परिसर में हड़कंप मच गया। पुलिस अधिकारियों के पांव के तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में भारी पुलिस बल उसकी खोज में सड़कों पर दौड़ पड़ा। पुलिस ने शहर की सड़कों पर काबिंग की मगर उसका कोई सुराग नहीं लग सका।
अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि अभी हाल में ही किशनी पुलिस ने नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इस फैक्ट्री का संचालन ग्राम हवीलिया निवासी हिस्ट्रीशीटर व्यासमुनी यादव पुत्र जाहर सिंह यादव करता था। इस अवैध कारोबार के मामले में वह काफी दिनों से वांछित चल रहा था। कोतवाली पुलिस इस शराब कारोबारी को गिरफ्तार करके लाई थी। कोतवाली में पीड़ित और पुलिस के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो रहा था। इसी का फायदा उठाकर शातिर अपराधी फरार हो गया है। अब घटना की जांच सीओ सिटी आरके पांडेय को सौंपी गई है, इस मामले में निष्पक्षता से जांच की जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।