वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति के रूप में इस सप्ताह वो अपनी पहली विदेश यात्रा शुरू करेंगे जहां वह इस्लाम की उन धाराओं से संघर्ष करने की जरूरत पर जोर देंगे जो कट्टरपंथ को बढ़ावा देती हैं। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच आर मैकमास्टर ने कहा, ‘वह 50 से अधिक मुस्लिम देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे और दोपहर का भोजन उनके साथ करेंगे। वह वहां कट्टरपथी विचारधारा से निपटने की आवश्यकता एवं अपनी उम्मीदों पर प्रत्यक्ष और प्रेरणादायक भाषण देगें। राष्ट्रपति उम्मीद करते हैं कि विश्वभर में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग इसके शांतिप्रिय रूप को अपनाएंगे।
ट्रंप के इस भाषण का मकसद हैं पूरे जगत में मुस्लिम समुदाय को एकजुट करना हैं। सउदी शाह सलमान अमेरिका के राष्ट्रपति का स्वागत करेंगे। मैकमास्टर ने कहा हैं कि ट्रंप कई समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए समारोह में भाग लेगें। ये समझौते अमेरिका और सऊदी अरब के रिश्ते को मजबूत करेगें। राष्ट्रपति और प्रथम महिला सउदी शाही परिवार के सदस्यों के साथ एक अधिकारिक रात्रिभोज भी करेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान ट्रंप और खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्यों के बीच द्विपक्षीय बैठक भी होगी। ट्रंप खाड़ी देशों के नेताओं के साथ भी बैठक करेंगे।
ट्रंप सउदी अरब से यरूशलम जाएंगे जहां वह इस्राइल के राष्ट्रपति रूवन रिवलिन और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे और याद वाशेम में श्रद्धांजलि देंगें। ट्रंप का अगला पड़ाव रोम और वेटिकन होगा जहां वह पोप से मुलाकात करेंगे। ट्रंप ब्रसेल्स से G7 बैठक के लिए सिसिली जाएंगे ‘G7 शिखर सम्मेलन के दौरान वह इटली के प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात करेगे। वह औपचारिक बैठकों में अमेरिका के आर्थिक एजेंडे पर बल देंगे और सुरक्षा सहयोग बढ़ाए जाने की वकालत करेंगे।’ वह शिखर सम्मेलन की पहली रात में एक कंसर्ट में शामिल होंगे जहां ला स्काला फिलहारमोनिक ऑर्केस्ट्रा अपनी प्रस्तुति देगा इसके बाद वह इटली के राष्ट्रपति की ओर से नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल होगें।