मेरठ। अपनी विभिन्न मांगो को लेकर एक बार फिर डाक्टर सड़कों पर उतर आए हैं। इस बार चिकित्सको नें एक दिवसीय सामूहिक अनशन का रास्ता इख्तियार किया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन दिल्ली के आह्वान पर देश भर के 3 लाख से ज्यादा चिकित्सक सुबह 6 बजे से सांय 6 बजे तक सामूहिक अनशन पर रहेंगे। हालांकि ये सामूहिक अनशन क्रामिक रहेगा। मेरठ में आईएमए की मेरठ शाखा के चिकित्सक कमिश्नरी चौराहे स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क में सुबह 6 बजे से अनशन पर बैठे है। ये डाक्टर केंद्र सरकार द्वारा मांगें पूरा न करने पर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे है।
आईएमए मेरठ के अध्यक्ष डॉ. वीरोत्तम तोमर ने बताया कि पिछले 2 वर्षों से कई मांगों पर सरकार से वार्ता चल रही है तथा 13 नवंबर 2015 को एक इंटर मिनिस्टीरियल कमेटी गठित हुई थी। जिसने आईएमए के साथ कुछ सुझाव दिए थे, जिन्हें अभी तक लागू नहीं किया गया है। पिछले वर्ष 16 नवम्बर तथा इस वर्ष 6 जून को दिल्ली चलो आंदोलन भी इन्ही मांगों को मनवाने हेतु किया गया था, परंतु सरकार के लगातार इन मुद्दों की अनदेखी करने तथा गंभीरता से न लेने पर देश भर के चिकित्सकों को सड़क पर उतरने को बाध्य किया है।
आपको बता दें कि चिकित्सकों पर हिंसा क्लीनिक अस्पतालों में तोड़फोड़ के लिए सख्त केंद्रीय कानून बने क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट तथा पीसीपी एनडीटी एक्ट में सुधार हो, नेक्स्ट एग्जिट एग्जाम पर रोक लगाई जाए, क्रोसपैथी बन्द हो तथा अतुलनात्मक मुआवजे को बंद कर सीमित राशि निर्धारित की जाए, एमसीआई की स्वायत्तता बरकरार रखी जाय, इत्यादि आईएमए की कुछ प्रमुख मांगे हैं। हालांकि इस अनशन के दौरान चिकित्सक सेवा पर कोई असर नहीं रहेगा। इंमरजेंसी और ओपीडी सेवाओं को इससे बाहर रखा गया है।