फतेहपुर। आम जनमानस के स्वास्थ को लेकर सरकार गम्भीर है,लोगो को सरकारी सेवाओं का लाभ मिल सके इसके लिए तरह तरह की सरकारी योजनाए चलाई जा रही हैं जिससे लोगो को स्वस्थ रखा जा सके, मगर फतेहपुर का जिला अस्पताल राम भरोसे चल रहा हैं। देखने के लिए यहां डाक्टरों से लेकर पूरा स्टॉप हैं । मगर हकीकत कुछ और ही हैं जिला अस्पताल में मरीजों के तीमारदारों से लेकर यहां पर आये हुए लोगो के लिये पीने के पानी की व्यवस्था को देखते हुए आरओ लगाया गया मगर इस उमस भरी गर्मी में वह सिर्फ हाथी का दांत बन कर रह गया।
लोग बाहर जाकर पानी खरीद कर अपनी प्यास बुझाते हैं। यही नही जहां एक तरफ पीने का पानी मुहय्या लोगो को नहीं हो पा रहा हैं। तो वही दूसरी तरफ महिला वार्ड में लगे फ्रीजर को गौर से देखिए किस तरह से पानी बर्बाद किया जा रहा हैं। जब की दिन भर इस रास्ते से डाक्टरों से लेकर कर्मचारी निकलते हैं मगर किसी को इससे कोई लेना देना नहीं। एक तरफ सूबे के मुखिया ने फरमान जारी कर रखा है की स्वच्छता हर विभाग में दिखनी चाहिये।मगर वाह रे जिला अस्पताल यहाँ के कर्मचारिओ और सफाई कर्मियों के ऊपर अपने आका के फरमान का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा हैं।
जगह जगह पान के धब्बे देखने को मिले। दूसरी मंजिल में भी पानी की किल्लत हैं पानी का पाइप लीक होने के कारण मरीजों के तीमारदारों तक सप्लाई नहीं पहुंच पाती जिस कारण उनको नीचे आकर पानी ऊपर ले जाना पड़ता हैं, यही नहीं हमारे इस जिला अस्पताल के अधिकारियों से लेकर डाक्टर और कर्मचारियों के अंदर अभी पिछली सरकार का नशा पूरी तरह छाया हुआ हैं इनको इतनी फुर्सत नहीं की अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री का यह बैनर उतार सके। भगवान् भरोसे चलने वाला यह जिला अस्पताल में कब सुधार होगा यह भी भगवान जाने क्यों की यहाँ इंसान के रूप में बैठे अधिकारी इन समस्याओ पर संजीदा दिखाई नहीं दे रहे हैं । जब इस बारे में मुख्य चिकित्साधिकारी हर गोविन्द दूबे से बात की गयी तो उन्होंने सारा ठीकरा पैसे के अभाव के चलते ठोक कर अपना दामन बचा लिया और साफ सफाई की दुहाई और जांच की बात करते दिखे।
-मुमताज़ इसरार