नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही है कोल्ड वार के बीच पाकिस्तान के अनुरोध पर सोमवार को भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की बातचीत आहुत की गई। हांलाकि इस मीटिंग को लेकर पहले से कोई पूर्व निर्धारित कार्यक्रम नहीं था। इस मीटिंग के दौरान पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर उकसावे के लिए फायरिंग की है।
पाकिस्तान की ओर से लगाए गए आरोप के जवाब में भारत ने साफ तौर पर कहा कि भारतीय सैनिकों की ओर से जवाबी कार्रवाई में ही गोलीबारी की गई है। क्योंकि जब पाकिस्तान की सेना द्वारा समर्थित आतंकवादियों ने सीमापार से गोलीबारी की तो भारतीय सेना ऐसे मौके से निपटना बेहतर तरीके से जानती है। भारतीय सेना अपने मानकों और सिद्धान्तों से खरी और साफ है। वह मानकों के अनुरूप ही कार्य करती है, सेना ने कभी नागरिकों को निशाना नहीं बनाया है।
इसके पहले बीते 12 अक्टूबर को महानिदेशक मिलिट्री ऑपरेशंस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कुमार भट्ट ने साफतौर पर कहा था कि भारतीय सेना देश की रक्षा में पूरी तरह से सक्षम है हमारे देश की सुरक्षा के लिए जो टॉस्क मिलेगा वह इस को पूरी इमानदारी के साथ पूरा करेगी। उन्होने साफ तौर पर इस बात का जिक्र करते हुए कहा था हमारी सहनशीलता को हमारी कमजोरी मानने वालों को सावधान रहना चाहिए हम सम्मान देना भी जानते हैं तो सम्मान पाना भी जानते हैं।