वॉशिंगटन। पाकिस्तान को आतंकवादी मुल्क घोषित करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को तालिबान के खिलाफ और कड़ा रुख अख्तियार करने को कहा था, लेकिन 100 दिन बीत जाने के बाद भी अभी-तक पाकिस्तान ने तालिबानियों के प्रति अपने रुख में कोई बदलाव नहीं किया है। इस मामले को लेकर अफगानिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा बल और यूएस के कमांडर ने बताया कि अभी तक पाकिस्तान ने तालिबान पर कोई कार्रवाई नहीं की है और ये संगठन पाकिस्तान में आराम से फल फूल रहा है। जरनल जॉन निकोलसन ने कहा कि हम उन बदलावों को देखने की उम्मीद करते हैं। इसी के साथ हम अफगान-पाकिस्तान बोर्डर पर स्थित तालिबानियों के खिलाफ पाकिस्तान के साथ मिलकर कार्रवाई करने की भी उम्मीद करते है।
निकोलसन ने बताया कि पाकिस्तानियों ने हिंसक चरमपंथियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की इसमें कोई दो राय नहीं है, लेकिन उसने अफागनिस्तान बोर्डर पर पल रहे तालिबानियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है, जिसे उसकों अब लेना होगा। उन्होंने कहा कि तालबानियों ने अमेरिका की कार्रवाई के आगे घुटने टेकने के बाद साल 2001 में पाकिस्तान में शरण ले ली थी। निकोलसन ने इस दौरान ट्रंप के भाषण का हवाला दे रहे थे। आपको बता दें कि 21 अगस्त को दिए अपने भाषण में ट्रंप ने कहा था कि हम पाकिस्तान को अरबों डॉलर की सहायता दे रहे हैं और वो उनका इस्तेमाल आतंकवादियों को पालने-पोसने में कर रहा है। लेकिन अब पाकिस्तान को बदलना होगा और ये निश्चित ही बदलेगा हम ऐसी कामना करते हैं।
गौरतलब है कि अमेरिका ने गत सप्ताह ही मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को नजरबंदी से रिहा किए जाने पर भी पाकिस्तान को फटकार लगाई थी। हाफिज को प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ संबंधों की वजह से नजरबंद किया गया था। निकोलसन ने कहा कि भले ही तालिबान के कमांडर्स अफगानिस्तान में हैं लेकिन उसका वरिष्ठ नेतृत्व पाकिस्तान में रह रहा है। निकोलसन ने बताया कि तालिबान का शीर्ष नेतृत्व भरपूर अवैध धन के साथ आराम से पाकिस्तान में जी रहा है, जबकि उसके लड़ाके अफगानिस्तान में मारे जा रहे हैं। निकोलसन ने ट्रंप की नई नीति को ‘गेम चेंजर’ भी बताया।