पटना। राजद की रैली में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार ने शरद यादव को चेतावनी दी थी कि अगर वो रैली में शामिल होंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। लेकिन उसके बावजूद शरद यादव ने अपना रैली जाने का फैसला नहीं बदला। नीतीश की चेतावनी के बावजूद शरद यादव लालू की रैली में शामिल होंगे। लालू ने बीजेपी भगाओ देश बचाओ नाम से एक महारैली रखी है। जिसमें कई नेताओं के शामिल होने की संभावना है।
वहीं लालू की ये रैली 27 अगस्त को होगी। नीतीश ने शरद को चेतावनी दी थी कि अगर वो रैली में शामिल होंगे तो उन्हें राज्यसभा की सदस्यता से हाथ धोना पड़ सकता है। लेकिन शरद यादव पर उनकी चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ है। शरद रैली में जाने के लिए अपना मन बना चुके हैं और वो जरूर जाएंगे। इस रैली में शरद का जाना महागठबंधन की ताकत को दिखाने के लिए बहुत जरूरी है।
बता दें कि शरद यादव इस रैली में शामिल होने के साथ-साथ पार्टी पर दावा भी कर सकते हैं। वहीं सीनियर वकील और कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल चुनाव आयोग में एक याचिका भी डालने वाले हैं। ये याचिका जदयू के चुनाव चिन्ह के लिए होगी। शरद यादव दावा करेंगे कि जदयू उनके द्वारा बनाई गई पार्टी है।
वहीं शरद ने नीतीश की चेतावनी पर अपने दिल की बात कहते हुए कहा कि जो लोग ये सोचते हैं कि हम पद के लालच या किसी की धमकी से हम चुप होकर बैठ जाएंगे तो उनका सोचना गलत है। शरद ने कहा कि मैंने अपने राजनीति करियर में इन सब के बारे में नहीं सोचा। शरद ने कहा कि उन्होंने लालू का निमंत्रण कबूल कर लिया है और साथ वो नीतीश से नाराज है कि उन्होंने लालू का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई।