नई दिल्ली। शनिवार को पुलिस और एनजीओ की सहायता से दिल्ली महिला आयोग ने दो नेपाली किशोरियों को जीबी रोड से छुड़ाया है दोनो की उम्र 16 वर्ष है इनमें से एक नेपाल में भूकंप के बाद फैली भुखमरी के बाद भारत में नौकरी तलाशने आई थी जबकि दूसरी किशोरी को एक युवक बहला फुसलाकर यहां बेच गया था।
घरवालों ने नेपाल में दोनों की गुमशुदगी दर्ज करा दी दो वर्ष पूर्व जीबी रोड पर बेची गई किशोरी किसी तरह शुक्रवार को कोठे से भाग निकली रास्ते में मिले एक व्यक्ति की मदद से वह एक एनजीओे तक पहुंची और एनजीओ ने इसकी जानकारी दिल्ली महिला आयोग को दी। इसी किशोरी ने कोठे पर फंसी दूसरी लड़की के बारे में आयोग को बताया इसी के बाद आयोग और एनजीओ की टीम ने पुलिस के साथ दूसरी किशोरी को 56 नंबर कोठे से मुक्त करा लिया दोनों किशोरियों ने बताया कि जीबी रोड पर उनके साथ बहुत मारपीट की जाती थी उन्हें कई कई दिन भूखा रखा जाता था यही नहीं कोठे पर आने वाले लोग उनका शारीरिक शोषण करते थे।
विरोध करने पर उन्हें पीटते थे किशोरियों ने बताया कि जीबी रोड पर किसी लड़की को लाने से पहले उसे मजनू का टीला स्थित एक मकान में रखा जाता है वहां उसके साथ दुष्कर्म कराया जाता है आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि जीबी रोड से 100 मीटर की दूरी पुलिस स्टेशन है और फिर भी यहां नाबालिग लड़कियों को बेचा जा रहा है।