नई दिल्ली। दिल्ली का खूनी दरवाजा इसके नाम से ही एक डर सा लगता हैं खूनी दरवाजा बेहद ही खतरनाक और डरावना हैं दिल्ली का खूनी दरवाजा, जिसे लाल दरवाजा भी कहते हैं। यह दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर दिल्ली गेट के निकट स्थित हैं।
यह दिल्ली के 13 ऐतिहासिक दरवाजों में से एक हैं। यह पुरानी दिल्ली के लगभग आधा किलोमीटर दक्षिण में फिरोज शाह कोटला मैदान के सामने स्थित हैं। यह असल में दरवाजा न होकर तोरण हैं।
बहादुर शाह जफऱ के तीनों बेटों को विलियम हेडसन ने मार दिया था तबसे यहां जो भी विदेशी आता था इनकी आत्माएं उन्हें सताती थी। वो हर विदेशी से अपनी मौत का बदला लेती हैं।
इसके नाम के कारण यहां पर बहोत सी अमानवीय घटनाएं जोड़ी जाती हैं। अकबर के बाद जब जहांगीर को मुगल सम्राट बना तो अकबर के कुछ नवरत्नों ने उसका विरोध किया जवाब में जहांगीर ने नवरत्नों में से एक अव्दुल रहीम खाने खाना के दो लड़कों को इस दरवाजें पर मरवा डाला और इनके शवों को यही सड़ने के लिए छोड़ दिया गया।
औरंगजेब ने अपने बड़े भाई दारा शिकोह को सिंहासन की लड़ई में हरा कर उसके सिर को इस दरवाजे पर लटकवा दिया था। यहां के बारें में लोग बहोत सारी बातें भी करते हैं कि ये दरवाजा खूनी हैं। तो अगर आप जाए तो सावधान रहें इस जगह से।
सृष्टि विश्वकर्मा.