देहरादून। एशियाई हाथियों के लिए राजाजी व कार्बेट टाइगर रिजर्व के साथ ही 11 वन प्रभागों में फैले हाथियों के बसेरे में इनकी गणना का काम शनिवार को पूरा हो गया है। इन हाथियों की गणना डंग के आधार पर की गई है। जिसके बाद डंग क रोपिर्ट और मल के नमूनों का विश्लेषण इंडियन इंस्सीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु करेगा। जिसका परिणाम आने में 2-3 महीने का वक्त लग सकता है। हालांकि गणना के दौरान हाथियों के झुंड को देखते हुए इनकी संख्या में वृद्धि होने की आशंका जताई जा रही है।
आपको बता दें कि राजाजी टाइगर रिजर्व में 200 से अधिक हाथियों का झुंड दिखाई दिया है। हाथियों की गणना 23 मई को शुरू हुई थी और राजाजी रिजर्व में भी 102 ट्रेल में यह कार्य हुआ है। वही रिजर्व के निदेशक का कहना है कि गणना के दौरान 20-24 हाथियों का झुंड नजर आया है। उन्होंने बताया कि कार्बेट टाइगर रिजर्व समेत अन्य वन प्रभागों से डंग काउंट की रिपोर्ट मिलने के बाद इसे इंडियन इस्सीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु में भेजा जाएगा।