नई दिल्ली। अंडर वर्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की उल्टी गिनती शुरु हो गई है और वो जल्द ही पाई-पाई को मोहताज होने वाला है। खबरों की मानें तो यूएई में दाऊद की 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया गया है। ऐसा कहा जा रहा है यूएई ने ये कार्यवाही भारत सरकार के कहने पर की है और इसकी जानकारी यूएई सरकार ने भारत सरकार को दे दी है।
मोदी सरकार को डेढ़ साल बाद मिली बड़ी कामयाबी:-
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2015 में यूएई गए थे जहां पर नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने दाऊद के कारोबार और प्रॉपर्टी को लेकर एक डॉजियर सौंपा था । इसमें डोभाल ने यूएई सरकार को बताया था कि इंटरनेशनल मोस्ट वांटेड सरगना ड्रग्स, जाली नोट, वसूली और हवाला जैसे कार्यों में शामिल है। यही नहीं बल्कि मुंबई में 1993 के ब्लास्ट में भी उसकी अहम भूमिका थी जिसके बाद यूएई सरकार ने इस पर सख्त कदम उठाते हुए दाऊद की संपत्ति को जब्त कर लिया है।
कई देशों में है अरबों की संपत्ति:-
मिली जानकारी के अनुसार दाऊद की गोल्डन बॉक्स कंपनी को जब्त किया है जिसके जरिए वो रियल स्टेल और होटल का कारोबार करता था। कुछ दिन पहले ऐसी खबरें आई थी बीते 20 सालों में दाऊद ने 8 अलग-अलग देशों में अरबों की संपत्ति खरीदी है जो कि लंदन, मोरक्को, ऑस्ट्रेलिया, टर्की, न्यूजीलैंड, दुबई, साइप्रस और स्पेन में हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने दाऊद पर शिकंजा कसने की तैयारी और तेज कर दी है। जिसके चलते 50 लोगों की टीम तैयार की गई है। ये टीम इब्राहिम के काले कारोबार और उसकी गतिविधि पर नजर रखने का काम कर रही है।
बता दें कि कुछ समय पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा था कुछ भी हो हमें इस बात का भरोसा है कि दाऊद इब्राहिम को वापस लेकर आएंगे। इसी बात को एक बार फिर से दोहराते हुए राजनाथ ने मंगलवार को कहा कि भारत मोस्ट वांटेड भगोड़े दाऊद इब्राहिम को वापस लाने के प्रयास जारी हैं।