मेरठ। मेरठ में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद को लेकर सपा और भाजपा में रार जारी है, आज सपा के नेता अतुल प्रधान, और उनकी पत्नी व जिलापंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के अधिकारियो पर ही निशाना साधा।अतुल और सीमा ने आरोप लगाया कि कल भाजपा ने डी एम् के आवास पर ही जबरन जिला पंचायत सदस्यों को हस्ताक्षर करा कर अविश्वाश प्रस्ताव पेश किया था, इतना ही नहीं भाजपा के लोग डीएम् आवास पर हथियार लेकर खुलेआम घूमते रहे, लेकिन किसी ने उन्हें रोक टोका नही, अतुल ने प्रशासन पर दबाव में काम करने का आरोप लगते हुए सबूत के तौर पर एक विडियो जारी की। अतुल प्रधान दावा कर रहे है, कि विडियो डी एम् आवास की है और वहां जिला पंचायत सदस्यो से जबरन हस्ताक्षकर कराए जा रहे थे।
आपको बताते चलें सपा ने भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष का पद महज एक वोट से जीत कर प्राप्त किया है, जिसमे भाजपा के लोगों का आरोप रहा है कि तत्कालीन सपा सरकार में सपा नेता अतुल प्रधान ने जबरन जिला पंचायत सदस्यो की वोट पाकर ये पद अपनी पत्नी सीमा प्रधान को दिलाया लेकिन अब प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ मेरठ जिले में जिलापंचायत अध्यक्ष पद पर बीच परिवर्तन की कोशिश भाजपा ने शुरू कर दी है, भाजपा का दावा है उनके पास पूर्ण बहुमत है, अविश्वास प्रस्ताव पेश करने में वो सभी जिला पंचायत सदस्य शामिल है जो अतुल प्रधान से प्रताड़ित थे।
आपको दें कि कल बीजेपी के नेताओ को साथ मिलकर जिला पंचायत सदस्यों ने जिलाधिकारी मेरठ बी चंद्रकला को अविश्वास प्रस्ताव सौंप था।जिला पंचायत के करीब 20 सदस्यों ने जिलाधिकारी आवास पहुंचकर अपने अविश्वास के एफिडेविट जिला अधिकारी को सौंपा थे । जिला पंचायत सदस्यों की माने तो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान जिला पंचायत अध्यक्ष बनी थी, जो अपनी मनमानी और घोटालों के चलते सदन पर से अपना विश्वास खो बैठी हैं। जिला पंचायत सदस्यों ने सीमा प्रधान पर सदस्यों से बदतमीजी करने मारपीट करने समेत अपने चहेते ठेकेदारों को काम देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे, ।लेकिन अब सत्ता परिवर्तन होते ही अतुल और सीमा के सितारे गर्दिश में हैं, लेकिन अतुल भी अब मीडिया का सहारा लेकर अपनी साख और पद बचने में लगे है, और दावा कर रहे है कि उनके पास ही पूर्ण बहुमत है, जो की समय आने पर न्यायालय में पेश किया जाएगा।
-शानू भारती