नई दिल्ली। 1 फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र से पहले कांग्रेस ने रणनीतिक चर्चा करने के लिए एक बैठक बुलाई है। बजट सत्र से पहले मंगलवार को कांग्रेस ने सुबह रणनीतिक चर्चा के लिए बैठक बुलाई है। बैठक शुरू होने से पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार चुनाव से पहले बजट पेश करने पर जोर दे रही है, इससे साफ है कि वह मतदाताओं को लालच देने की कोशिश कर रही है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में बुलाई गई बैठक में वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा 1 फरवरी को आम बजट पेश करने से ठीक पहले केंद्र सरकार को दोनों सदनों में सरकार को घेरने की रणनीति बनाने पर चर्चा होगी। हालांकि कांग्रेस ने खास रणनीति के तहत देश के दो पूर्व वित्त मंत्रियों व अर्थशास्त्रियों को बजट सत्र से पहले केंद्र सरकार की नीतियों पर हमला बोलने के लिए ‘स्टेट ऑफ इकोनॉमी 2017’ नामक आर्थिक समीक्षा भी पेश की। दूसरी ओर पार्टी ने ये भी ऐलान किया है कि एक फरवरी को बजट पेश होने के दौरान कांग्रेसी सांसद सदन में नहीं रहेंगे।
इस रिपोर्ट के माध्यम से कांग्रेस यह संदेश देने का प्रयास कर रही है कि आर्थिक वृद्धि दर में लगातार गिरावट आई है। नोटबंदी के बाद अर्थव्यस्था खस्ताहाल दौर में है। गौरतलब है कि विपक्षी दल चुनाव से पहले बजट लाने का विरोध कर रहे थे। इसके लिए विपक्ष की 16 पार्टियां चुनाव आयोग भी गई थीं। उन्होंने बजट की तारीख को आगे खिसकाने की मांग की थी। हालांकि चुनाव आयोग ने बजट सत्र आगे खिसकाने से मना कर दिया लेकिन केंद्र को यह हिदायत दी कि चुनावी राज्यों के लिए अलग से कोई योजना न लाई जाए।