कांग्रेस पार्टी इन दिनों मुसीबतों का बादल छाए हुए हैं। लेकिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी हैं कि पार्टी में फिर से जान डालने के बजाए अपनी विदेश यात्रा करने में लगे हुए हैं। अब राहुल गांधी इस साल की अपनी 8वीं विदेश यात्रा करने की तैयारी कर रहे हैं। अभी वह तत्काल विदेश यात्रा से स्वदेश लौटे ही नहीं हैं कि उनकी दूसरी विदेश यात्रा तय हो गई है। राहुल गांधी इस हफ्ते में अपनी नॉर्वे यात्रा से भारत आएंगे।
जानकारी है कि अमेरिका दौरे पर राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर जा रहे हैं। अमेरिका के दौरे पर राहुल गांधी वॉशिंगटन डीसी के कार्नेगी इंस्टीट्यूट में टेबल कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे। सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि सितंबर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दो हफ्ते के लिए अमेरिका जाने वाले हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि संकट के घेरे में जब पार्टी इस वक्त है तो क्या उनका विदेश जाना कितना सही है।
लेकिन माना यह जा रहा है कि इस वक्त उन्हें विदेश यात्रा पर जाने के बजाए पार्टी को एकजुट करने में ध्यान देना चाहिए क्योंकि सूत्रों के हवाले से खबर है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा तथा उनके पुत्र दीपेंद्र सिंह हुड्डा बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। पूर्व मुखयमंत्री को कांग्रेस आलाकमान का करीबी माना जाता है।
लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि दीपेंद्र हुड्डा का कहना है कि वह पार्टी को नहीं छोड़ने वाले हैं क्योंकि वह स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से हैं। गौरतलब करने वाली बात यह है कि कांग्रेस पार्टी में इन दिनों खासा तनाव का माहौल देखा जा रहा है। आए दिन कोई नेता या विधायक बीजेपी का दामन थामने में लगा हुआ है। इसका साफ तौर पर यूपी, गुजरात में उदाहरण देखने को मिल गया। ऐसे में साफ हो जाता है कि राहुल गांधी को विदेश यात्रा छोड़कर पार्टी में एकजुटता लाने के बारे में सोचना चाहिए।