बृंदा ने कहा, “मारे गए सभी आतंकवादियों के खिलाफ अभी अदालत में मामला चल ही रहा था और उन्हें सिमी का आतंकवादी कहना और इस तरह मार देना कानून का उल्लंघन है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी घटना की जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में कराए जाने की मांग की है।
This is Modi Raj. Fake encountrs, fake cases, Rohith Vemula, KGBansal, missing Najeeb, dalit atrocties, goondaism of ABVP, RSS, gau rakshks
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 31, 2016
केजरीवाल ने ट्वीट किया, “यह बहुत ही गंभीर है। हम (सिमी कार्यकर्ताओं के मारे जाने के मामले की) जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग करते हैं।
लालू ने कहा मामले की जांच हो- राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने सोमवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में केंद्रीय कारागार से भागे सिमी के आठ कार्यकर्ताओं की पुलिस मुठभेड़ के मामले की जांच कराए जाने की मांग की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यहां मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “मुठभेड़ ‘फेक’ है या सच हुआ, इस मामले में संदेह है। ऐसे में घटना की पूरी जांच होनी चाहिए।
लालू प्रसाद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “देश की सुरक्षा के मामले में केंद्र सरकार पूरी तरह असफल हो चुकी है। सरकार का कोई कंट्रोल नहीं रह गया है। प्रतिदिन सीमा पर हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए सिमी के आठ आतंकियों के मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। लखनऊ माल एवेन्यू स्थित बसपा प्रदेश कार्यालय से मंगलवार को जारी एक बयान में मायावती ने यह मांग उठाई है। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मध्य प्रदेश में हुई पुलिस मुठभेड़ पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। मायावती ने कहा, “मध्य प्रदेश पुलिस के ही हवाले से जो खबर आ रही है, उसी के हिसाब से सिमी संगठन से सम्बद्घ 8 फरार आतंकवादी निहत्थे थे तथा उन्हें आसानी से दोबारा गिरफ्तार किया जा सकता था। लेकिन ऐसा करने का प्रयास तक नहीं किया गया। इस प्रकार प्रथम ²ष्टया यह मामला संदिग्ध लगता है। इस पुलिस मुठभेड़ की घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए।”
(एजेंसी इनपुट सहित)