मेरठ। मेरठ कॉलेज के मैनेजमेंट चुनाव को लेकर इन दिनों घमासान मचा हुआ है। कॉलेज मैनेजमेंट में विभिन्न पदों के लिए शहर के दो पैनल दावेदारी कर रहे हैं। खास बात यह है कि शहर के अधिकतर सभी प्रतिष्ठित लोग इस कॉलेज के चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना कर बैठ गए हैं। दोनों ही पैनलों में अपनी अपनी जीत सुनिश्चित कराने के लिए घमासान मचा हुआ है। दोनों पैनल चुनाव जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं।
जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी नियम कायदे कानून को ताक पर रखकर वोटर्स को जमकर आकर्षित किया किया जा रहा है। वोटर्स को लुभाने के लिए मैनेजमेंट चुनाव के दल ने देर रात एक बैंकट हॉल में फाइव स्टार पार्टी का भी आयोजन किया। जिसमें शहर के नामचीन लोगों ने भी शिरकत की। लेकिन शहर के एक एनजीओ ‘सच संस्था’ के अध्यक्ष संदीप पहल की माने तो मैनेजमेंट चुनाव को लेकर लाखों रुपया पानी की तरह बहाया जा रहा है। वोटर्स को लुभाने के लिए पार्टी भी की जा रही है और प्रशासन अपनी आंखें मूंदे बैठा है। सब कुछ प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है। लेकिन प्रशासन है कि इस पर कोई भी सुध नहीं ले रहा है।
संबंधित मामले में एडवोकेट और समाजिक कार्यकर्ता संदीप पहल का कहना है कि कॉलेज मैनेजमेंट ने सिस्टम को ध्वस्त करके रखा दिया है, यहां शिक्षा खत्म हो गई है। उन्होंने कहा है कि छात्र, शिक्षक तथा मैनेजमेंट जातिवाद में बट कर रह गई है। उन्होंने कहा है कि इसकी भूमि पर कॉम्प्लेक्स बना कर अवैध रूप से और बिना मानचित्र पर पास करा कर इन्होंने भूमि को किराए पर दे दिए हैं। देखने वाली बात यह है कि सारी जानकारी प्रशासन के पास होने के बाद भी कोई अधिकारी इस मामले में दखल देने को तैयार नहीं है। आरोप लगाया गया है कि चुनावों में खर्च हुए इन्हीं लाखों रुपए की वसूली यही मैनेजमेंट भर्तियों में घोटाला करके वसूलेगा।