गोरखपुर। इंसेफलाइटिस बीमारी से बचाव के सम्पूर्ण इंतजाम कर लिए जाए क्योंकि यह बीमारी अधिकांश रूप से बरसात के दिनों में ही शुरू होती है। इसके लिए मुख्य चिकित्साधिकारी सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बीमारी से बचाव के लिए पुख्ता इंतजाम रखे। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता को बरदाश्त नही किया जाएगा। यदि शिथिलता की शिकायत मिलती है तो मुख्य चिकित्साधिकारी इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।
उक्त निर्देश जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने कैम्प कार्यालय पर आयोजित जेईव एईएस की समीक्षा बैठक के दौरान दिया। उन्होंने साफ सफाई व्यवस्था बेहतर बनाये रखने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी सीएचसी व पीएचसी पर इंसेफलाइटिस की दवाएं उपलबध रहें ताकि मरीज का तात्कालिक इलाज प्रारम्भ हो सके।
उन्होंने कहा कि कोई भी केस सीधे जिला चिकित्सालय या मेडिकल कालेज रेफर न किये जायें बल्कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ही इलाज प्रारम्भ करा दिया जाये। लोगों में भी इस तरह की जागरूकता लाई जाए कि बीमारी के लक्षण दिखते ही समय बरबाद न करें बल्कि नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ही ले जाकर इलाज करायें ताकि मरीज को तत्काल उचित इलाज मिल सके।
रौतेला ने इंडिया मार्का हैण्डपम्पों को निरन्तर ठीक रखने के निर्देश देते हुए कहा कि फागिंग व छिड़काव कराया जाए। बैठक में सीएमओ, सहित स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारी एंव अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।