मेरठ। गुरुवार को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के विचार सम्मेलन में संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की है। यहां पहुंच कर उन्होंने मुख्यमंत्री की के बारे में काफी सारी बातें कहीं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री योगी एक अच्छे व्यक्ति हैं। लेकिन पीएम मोदी के दवाब में आने के कारण वह सिर्फ एक कठपुतली बनकर रह गए हैं। उनका कहना है कि कठपुतली बनकर सीएम योगी काम नहीं कर सकते हैं। उनका कहना है कि योगी को योग के साथ साथ प्रदेश के हितों के बारे में भी सोचना चाहिए।
चक्रमाणि महाराज ने कहा कि शिवजी ने योग की शुरूआत की थी। लेकिन बच्चों से पूछने पर योग के लिए पीएम मोदी का नाम सामने आता है। उन्होंने इस बात को काफी दुखद बताया है कि बच्चों से योग के नाम पर पीएम का नाम सामने आने पर बाबा रामदेव भी चुप्पी साधे हुए हैं। साथ ही उन्होंने केंद्र और सूबे की सरकार को फेल करार देते हुए कहा कि योगी सरकार अपना गड्ढों को भरने का वादा तो पूरा कर नहीं पाई है और योगी राज में सहारन पुर में इतनी बड़ी हिंसा हो गई लेकिन मुख्यमंत्री जी ने वहां जाना भी मुनासिब नहीं समझा।
ही बीफ पर बोलते हुए चक्रपाणि महाराज ने कहा कि सिर्फ एक वर्ग का ही मुद्दा नहीं है बलकि बीफ सभी के लिए एक बड़ा मुद्दा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी लोग बीफ का सेवन करता है तो उसके लिए जुबान काटने का कानून बनना चाहिए। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीफ खाने पर जुबान काटने का कानून की शुरूआत बीजेपी नेता से होनी चाहिए जो खुलेआम बोलते फिरते हैं कि वह बीफ खाते हैं।
यहां पर चक्रपाणि महाराज ने पीएम मोदी के बारे में बोलते हुए कहा कि एक तरफ तो वह अमेरिका से पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने का आह्वान करते हैं लेकिन बाद में वह खुद पाकिस्तान जाकर पींगे बढ़ाने की बात कहते हैं। उन्होंने पीएम मोदी को सलाह देते हुए कहा की पीएम मोदी को ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से दोस्ती तब ही हो सकती है जब वह अपने आतंकियों को सीमा पर भेजना बंद नहीं कर देता। जानकारी के लिए आपको बता दें कि पहले भी कई बार चक्रपाणि महाराज के ऐसे बयान सामने आते रहे हैं जिनमें उन्होंने राजनीतिक पार्टियों में मतभेद की स्थिति को पैदा किया है।