नई दिल्ली। आने वाली 8 नवम्बर के दिन ठीक एक साल पहले यानी साल 2016 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे देश में 500 और 1000 के पुराने और नये नोटों का चलन बंद करने का आदेश दिया था। केन्द्र सरकार की इस नोटबंदी के चलते विपक्ष सड़क से संसद तक आंदोलन पर आ गया था। देश में बैंको के बाहर रूपए जमा कराने वालों की लम्बी कतारें लग गई तो पैसे निकालने वालों की कतारें एटीएम से लेकर बैंकों तक दिन भर और रात भर लगी रहती थीं।
इस साल उसी दिन ठीक 8 नवम्बर को राजस्थान में वसुंधरा राजे सरकार इस तारीख को बड़े पैमाने पर मनाने जा रही है। क्योंकि राजस्थान में भाजपा की सरकार है और भाजपा ने इस तारीख को एक एतिहासिक तारीख के तौर पर बताया है। इसके लिए भाजपा ने एक कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है। जिसके तहत करीब 50 हजार लोगों को सवाई मानसिंह स्टेडियम में इकट्ठा किया जाएगा। जहां ये लोग एक साथ राष्ट्रगान जन गण मन और राष्ट्रीय गीत वन्देमातरम का गान करेंगे।
इस कार्यक्रम में सूबे की भाजपा सरकार सहयोगी के तौर पर है। इस कार्यक्रम के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर खुद वसुंधरा राजे रहेंगी। इस कार्यक्रम का आयोजन सूबे का खेल एवं युवा मामलों का महकमा और आरएसएस समर्थित हिंदू स्प्रिचुअल एंड सर्विस फाउंडेश्न संयुक्त तौर पर कर रहा है। यह कार्यक्रम करीब 2 घंटे का होगा। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री राजे की अगुवाई में एक योग सत्र का भी आयोजन किया जायेगा। इसके साथ ही इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए हिन्दी फिल्मों के देशभक्ति से ओत-प्रोत गायन का भी कार्यक्रम होगा। हांलाकि इस कार्यक्रम को लेकर अब विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है, विपक्षी दल कांग्रेस के सचिन पायलट का कहना है कि नोटबंदी की असफलता को छिपाने के लिए भाजपा ये सब कर रही है।