भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते रविवार शाम को खण्डवा जिले के हनुवंतिया में जल-महोत्सव का माँ नर्मदा की पूजा-अर्चना कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हनुवंतिया के साथ ही बाणसागर, गांधी सागर, बरगी एवं भोपाल की झील के अलावा ऐसी सभी जल-संरचनाओं पर जल-महोत्सव प्रारंभ किये जायेंगे। हनुवंतिया में निजी सहयोग से और अधिक विकास कार्य जारी हैं।
वहीं उन्होंने बताया कि निजी क्षेत्र के द्वारा 12 क्रूज और तीन हाउस वोट के लिये भी आवेदन आये हैं। सरकार के साथ ही निजी क्षेत्र द्वारा भी पर्यटन गतिविधियों को विकसित किया जा रहा है। आने वाले 5 साल में मालवा और निमाड़ क्षेत्र देश में सर्वाधिक पसंद किये जाने वाले पर्यटन स्थलों में गिना जायेगा। ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य के अद्वैतवाद सिद्धांत के आधार पर पर्यटन को विकसित किया जायेगा। ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के लिये पूरे प्रदेश की जनता से धातु इकट्ठा करने के लिये यात्राएँ निकाली जायेंगी। आगामी 22 दिसम्बर को ओंकारेश्वर में भूमि-पूजन के साथ ही इसका समापन होगा।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह, खण्डवा के प्रभारी मंत्री पारस जैन, सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेन्द्र पटवा, राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक और क्षेत्रीय विधायक लोकेन्द्र सिंह तोमर, विधायक देवेन्द्र वर्मा सहित जन-प्रतिनिधि मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुवंतिया जल-महोत्सव अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है। इस वर्ष भी यह महोत्सव देश में ही नहीं बल्कि विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ेगा। मध्यप्रदेश को लगातार कई वर्षों से पयर्टन के क्षेत्र में पुरस्कार मिल रहे हैं। इस वर्ष भी 10 पुरस्कार अलग-अलग श्रेणियों में प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि लगातार तीन वर्षों से मध्यप्रदेश को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन राज्य का पुरस्कार प्राप्त हो रहा हैमध्यप्रदेश, देश में सर्वाधिक पर्यटकों को आकर्षित करने वाला प्रदेश बन गया है।