मुंबई। बीएमसी चुनाव को काफी दिन बीत चुके है लेकिन मेयर की गद्दी पर कौन काबिज होगा इस पर लगातार सस्पेंस बरकरार था। लेकिन आज इस सस्पेंस पर ब्रेक लगाते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि उनकी पार्टी मेयर के चुनाव के लिए कोई भी उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी और साथ ही डिप्टी मेयर के लिए दावेदारी पेश नहीं खड़ेगी।
मेयर पद के लिए नहीं पेश करेंगे दावेदारी:-
फडणवीस ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान महाराष्ट्र नगर महापालिका चुनावों के परिणाम का जिक्र करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा से ही पारदर्शिता को कायम रखा और हमारी पार्टी राजनीति में उसी पारदर्शिता को आगे लेकर चल रही है। भाजपा ने बीएमसी चुनाव में 82 सीटें हासिल की है जबकि शिवसेना को 84। हमनें बैठक करके ये फैसला लिया है कि हम स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता का चुनाव नहीं लड़ेगे।
शिवसेना को देंगे समर्थन:-
इसके साथ ही देवेंद्र ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम लोग विपक्ष में नहीं बैठेंगे लेकिन सत्ता पक्ष को अपना पूरा समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि अभी भी हमारी पार्टी पारदर्शिता के मुद्दे पर कायम है और जहां पर जरुरी होगा वहां पर शिवसेना का विरोध भी किया जाएगा।
गौरतलब है कि भाजपा के इस ऐलान के बाद शिवसेना के मेयर पद पर काबिज होने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि ये बात भी अहम है कि चुनाव से पहले भाजपा और शिवसेना के बीच तल्खी साफतौर पर देखी जा रही थी जिसके बाद शिवसेना ने 25 साल पुराने गठबंधन से किनारा कर लिया था। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या दोनों पार्टियों के बीच का विरोध खत्म होगे या फिर दोनों का कोई और ही रुख देखने को मिलेगा।
बीते 21 फरवरी को बीएमसी की 227 सीटों पर चुनाव हुए थे जिसका नतीजा 23 फरवरी को आया था। इन परिणामों से शिवसेना को 84 सीटों पर समेटते हुए भाजपा ने 82 सीटें हासिल की थी जिसे भाजपा की एक बड़ी जीत माना जा रहा है। हालांकि बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 114 सीटों का आकड़ा छूना था जो कि किसी भी पार्टी के पास नहीं था। वहीं आज भाजपा के ऐलान के बाद दोनों पार्टियों की सीटों को मिलाकर संख्या 166 सीटें हो रही है जो कि जादुई आकंड़े की संख्या से 52 सीटें ज्यादा है।