नई दिल्ली। देश के हवाई अड्डों में इतनी जबरदस्त चाक-चौबंद की गई है कि उसके लिए CISF के जवानो के लिए नए नियम तैयार किए गए हैं। जिसके तहत देश के करीब 59 हवाई अड्डों के हाई सिक्योरिटी जोन में CISF के जवानों के लिए ड्यूटी अब पहले से काफी सख्त हो जायेगी। सख्ती इतनी ज्यादा कि ड्यूटी के दौरान किसी जवान का शौचालय जाना भी मुश्किल है। यहां तक कि इसमें जवानों को ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन इस्तेमाल करने तक की इजाजत नहीं है।
बता दें कि CISF के जवानो के नियमों में ये बदलाव इसलिए किए गए हैं कि मादक पदार्थों और सोने की तस्करी के मामलों में कथित तौर पर संलिप्तत की शिकायत बहुत ज्यादा बढ़ गई थी। अर्धसैनिक बल के विमानन सुरक्षा मुख्यालय ने देश के 59 नागरिक हवाईअड्डों की सुरक्षा में तैनात अपने जवानों और अधिकारियों के लिए दिशा-निर्देश किये गये हैं। इनमें से कुछ हवाईअड्डे ‘संवेदनशील’ और ‘अति संवेदनशील’ श्रेणी में आते हैं।
बता दें कि इसी साल एक अप्रैल से दिल्ली और मुंबई सहित देश के सात महत्वपूर्ण हवाईअड्डों पर एक अप्रैल से यात्रियों के हैंडबैग पर मुहर या टैग लगाने का प्रावधान खत्म कर दिया गया है। सीआईएसएफ के महानिदेशक ओपी सिंह का कहना है कि दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद के हवाई अड्डों पर हैंडबैग पर मुहर या टैग लगाने की व्यवस्था खत्म कर दी गयी है।
इस नये नियम को लेकर CISF का कहना है कि यह कदम यात्रियों के अनुभवों को सुखद बनायेगा और उन्हें सरल सुरक्षा वातावरण मुहैया करायेगा। सुरक्षा बल के कर्मचारी इस नयी प्रणाली के लिए तैयार हैं। ओपी सिंह ने कहा कि अर्धसैनिक बल देश भर के 59 हवाईअड्डों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते हैं। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नई प्रणाली को अपनाकर सुरक्षा तंत्र को उन्नत करने के उपाय किये जा रहे हैं।