चीन विदेश मंत्रालय की तरफ से डोकलाम विवाद को खत्म करने के लिए पेइचिंग ने 20 बिलियन डॉलर के लोन देने की खबरों को खारिज किया गया है। चीनी सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें तेजी से वायरल हो रही थी कि डोकलाम विवाद को खत्म करने के लिए पेइचिंग ने भारत को लोन देने का वादा किया था। चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि यह खबर पूरी तरह से फर्जी है। जानकारी है कि जानबूझकर इस खबरों को चीनी मीडिया के जरिए फैलाया जा रहा है।
चीनी मीडिया जानबूझकर ऐसी खबरें फैला रहा था कि डोकलाम विवाद को हल करने के लिए 20 बिलियन डॉलर का लोन दिया गया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार दोनों देशों के बीच गतिरोध को थामने के लिए सेनाओं के बीच तालमेल को बढ़ाया जाएगा। दो महीने से ज्यादा चले डोकलाम विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया गया है। और चीन ने डोकलाम से अपने पैर पीछे ले लिए हैं। लेकिन चीन अपनी दादागिरी दिखाने से बाज नहीं आ रहा है। दरअसल डोकलाम सीमा पर अब चीन अपनी पेट्रोलिंग बढ़ाने की तैयारी कर रहा है।
गुरुवार को इसकी जानकारी चीनी रक्षा मंत्रालय की तरफ से आई है। पेट्रोलिंग बढ़ाने के साथ चीन सीमा पर सेना की तैनाती को भी बढ़ावा देने वाला है। ऐसा माना जा रहा है कि चीन की तरफ से ऐसी खबरों को हवा दी जा रही है। माना जा रहा है कि चीन का मकसद यह दिखाना है, भारत के मुकाबले चीन आर्थिक तौर पर ज्यादा बेहतर है। चीन की तरफ से हाल में अपने आप को बेहतर बताया गया था। वही दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण समझौते के बाद विवादित क्षेत्र में सड़क निर्माण के रुकवा दिया गया है।