देहरादून। अक्षय तृतीय के मौके पर शुक्रवार(28-04-17) को विश्व प्रसिद्ध चार धाम की यात्रा शुरू हो गई है। अक्षय तृतीया के मौके पर ही श्रद्धालुओं के लिए गंगोत्री धाम मंदिर के कपाट खोल दिए गए हैं। शीतकाल के दौरान छह माह बंद रहने के बाद कपाट दोपहर दो बजे खोले जाएंगे। जबकि श्रद्धालुओं को केदारनाथ मंदिर के दर्शन 14 मई को होंगे। इसी दिन भैरवनाथ के कपाट भी खुलेंगे।
16 मई से श्रद्दालु भगवान बदरीनाथ के दर्शन कर सकेंगे। 16मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। बता दें कि चारधाम की यात्रा के नाम से पूरे विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट ठंड में 6 महीने के लिए बंद किए जाते हैं क्योंकि ये वो क्षेत्र हैं जहां पर बर्फ जम जाती है।
पर्यावरण के जानकारों के मुताबिक यह सेवा एक खास वर्ग को संतुष्ट करने के लिए है और इसका पहाड़ की प्राकृतिक व्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है लेकिन उत्तराखंड सरकार इस फैसले पर कायम है। इसलिए इस बार श्रद्धालुओं के लिए हवाई यात्रा का प्रबंध नहीं हो पाएगा।
श्रद्धालु चार धाम यात्रा शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं लेकिन चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजन पर विवाद शुरू हो गया है। दरअसल राज्य सरकार ने बद्रीनाथ और केदारनाथ तक श्रद्धालुओं के पहुंचने के लिए हवाई सेवा की शुरुआत की थी लेकिन यहां हवाइ यात्रा पर पर्यावरणविद अपना विरोध जता रहे हैं।
उनके मुताबिक धार्मिक स्थल पर हवाई सेवा देने के चक्कर में राज्य सरकार पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचा रही है क्य़ोकि इससे इलाके के पर्यावरण और दुलर्भ वन्य जीवों पर खतरनाक प्रभाव पड़ रहा है।